NEWSPR डेस्क। मुजफ्फरपुर मेडिकल स्टोर्स में मिलने वाले कफ सिरप का युवा वर्ग नशे के रूप में उपयोग कर रहा है। 13-14 साल के बच्चे भी इस नशे को अपना रहे हैं। 8-10 वर्षों में इसका प्रचलन भी काफी बढ़ गया है। बड़े पैमाने पर युवा सर्दी, खांसी से निजात दिलाने वाले कोरेक्स सिरप, चोको और इस कफ का इस्तेमाल नशे के रूप में कर रहे हैं। कोरेक्स के बाद चोको, इस कफ की ज्यादा डिमांड है।
जानकारों का कहना है कि इन सिरप का सेवन करने से लगभग दो सौ मिली लीटर शराब के बराबर नशा होता है। मुंह से शराब के जैसी दुर्गंध भी नहीं आती। इस तरह की दवाएं लोगों को डॉक्टर की पर्ची के बिना भी आसानी से मिल जाती है। वैसे तो डॉक्टर की पर्ची बगैर कोई भी दवा नहीं देने का नियम है, जिसका पालन नहीं होता।
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर जब कार्रवाई की तो जांच के दौरान ड्रग इंस्पेक्टर और गायघाट पुलिस कि छापेमारी में भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया। मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट थाना क्षेत्र में ड्रंग इंस्पेक्टर और गायघाट पुलिस ने एक बाईक से तकरीबन 369 प्रतिबंधित कफ सिरप की बोतलों को जब्त किया हैं। जानकारी के अनुसार, गायघाट पुलिस गिरफ्तार व्यक्ति से पूछताछ कर आगे की कारवाई में जुटी है।