मुंगेर जिला अंतर्गत पड़ने वाले जिले के महत्वपूर्ण गंगा घाट जिसमे कष्टहरणी गंगा घाट, बबुआ गंगा घाट और सौझी गंगा घाट के अलावा भी अन्य गंगाघाटों पे कार्तिक पूर्णिमा या देव दीपावली को ले सुबह से ही श्रद्धालुओं की भिड़ लगी हुई है । कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है । और आज गंगा में देव दिवाली को ले दीप जलाने की मान्यता है । इसी देव दीपाली को ले श्रद्धालुओं ने हजारों दिए गंगा में जलाए ।
ऐसी मान्यता है की साल भर गंगा स्नान करने का फल मिलता है । मान्यता है की आज के दिन स्वयं श्रीहरि विष्णु जी गंगा जल में निवास करते है । श्रद्धालु आज के दिन गंगा स्नान करने के बाद तिल, गुड़, घी, कपास, फल, अन्न और वस्त्र का दान महा दान माना जाता है । ऐसी मान्यता है की आज के दिन गंगा स्नान के बाद किए गए दान दक्षिणा का फल कई गुना हो हमें वापस मिलता है। मुंगेर गंगा घाटों पे स्नान करने आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ले भी जिला प्रशासन के द्वारा कई इंतजाम किए गए है। घाटों पे गोताखोर के अलावा पुलिस बल की भी तैनाती की गई है ।