दानापुर विधायक की पत्नी का आरोप: जेल में प्रताड़ना और हत्या की साजिश, DGP ने दिया जवाब

Patna Desk

दानापुर विधायक रीतलाल यादव की पत्नी रिंकू देवी द्वारा सुरक्षा को लेकर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद अब बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने इस मामले पर अपना पक्ष रखा है। पटना में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक के बाद डीजीपी ने कहा कि विधायक की सुरक्षा को लेकर पुलिस और जेल प्रशासन पूरी तरह सतर्क और संवेदनशील है।

DGP का बयान: वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए होगी पेशी

डीजीपी विनय कुमार ने स्पष्ट किया कि रीतलाल यादव फिलहाल भागलपुर जेल में हैं और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी जेल प्रशासन की है। उन्होंने बताया कि जेल में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मुख्यालय स्तर से लगातार निगरानी की जा रही है। साथ ही, विधायक की पेशी अब वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कराए जाने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की संभावना को टाला जा सके।

जेल में अनशन पर हैं रीतलाल यादव

गौरतलब है कि विधायक रीतलाल यादव जेल में अपनी जान को खतरा होने का हवाला देते हुए अनशन पर बैठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है और उनके जीवन पर खतरा मंडरा रहा है।

DGP ने की समीक्षा बैठक, अपराध नियंत्रण पर विशेष जोर

डीजीपी विनय कुमार ने पटना पश्चिम कार्यालय में एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन, आईजी जितेंद्र राणा, एसएसपी कार्तिकेय शर्मा, पश्चिमी एसपी भानु प्रताप सिंह और साइबर थाना डीएसपी नीतीश चंद्र धारिया के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में अपराध अनुसंधान, लंबित मामलों के निष्पादन और लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई। डीजीपी ने बताया कि हत्या के मामलों में अब तक 90 प्रतिशत मामलों का सफल उद्भेदन किया गया है।

विधानसभा अध्यक्ष से मिली रिंकू देवी, लगाए गंभीर आरोप

इधर, रीतलाल यादव की पत्नी रिंकू देवी ने पटना स्थित विधानसभा अध्यक्ष के सरकारी आवास पर उनसे मुलाकात की। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पति को जेल में एकांत में रखकर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। साथ ही, इलाज से भी वंचित किया गया है।

“पुलिस बना रही है हत्या की साजिश” – रिंकू देवी का दावा

रिंकू देवी ने दावा किया कि उनके पति को कोर्ट ले जाते समय जान से मारने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार के कई पुरुष सदस्य पहले से हिरासत में हैं, फिर भी पुलिसकर्मी रात में घर की दीवार फांदकर धमकी देने पहुंचते हैं। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, “अगर मैंने संबंधित अधिकारी का नाम लिया, तो वो मुझे और मेरे बच्चों को जान से मार देंगे।”

उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से अपील की कि रीतलाल यादव के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार की निष्पक्ष जांच कराई जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए।

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