पिछले 50 सालों से बिहार शरीफ के भरावपर स्थित मछली मंडी का कारोबार चल रहा है लेकिन अब इस कारोबार पर सोगरा वक्त स्टेट के द्वारा ग्रहण लगाया जा रहा है। दरअसल सोगरा वक्त स्टेट की जमीन पर मदरसा अजीजिया का निर्माण 1910 ईस्वी में गया था लेकिन पिछले दिनों बिहार शरीफ में हुए उपद्रव के दौरान इस जमीन पर बने मदरसा अजीजिया को आग के हवाले कर दिया गया था। हालांकि सरकार के द्वारा अब इसे पुनर्निर्माण को लेकर 31 करोड़ का आवंटन भी किया गया है। इस मदरसा अजीजिया का अब नए तरीके से निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसको लेकर अब आसपास स्थित मछली मंडी की भी कुछ दुकानों को जद में लिया जा रहा है। इस इलाके में कुल 21 होलसेल मछली की दुकान है। सोगरा वक्फ स्टेट के मोतवल्ली ने बताया कि जिन दुकानों को अतिक्रमण में लिया जा रहा है उन सभी दुकानों के बदले नई दुकानों का आवंटन किया जाएगा।
उसके बाद ही पुरानी दुकानों पर बुलडोजर चलेगा। वही मछली व्यवसाईयों का कहना है कि मछली व्यवसाय हमारे पुरखों के जमाने से चला आ रहा है। अब अचानक के सोगरा वक्फ स्टेट के द्वारा हम लोगों को मदरसा अजीजिया निर्माण के नाम पर हटाया जा रहा है। जिससे हमारी मछली व्यवसाय अब संकट में आ गई है। मछली व्यवसाययों ने बताया कि हम यहां 50 सालों से इसी जगह पर मछली का व्यवसाय कर रहे हैं और अब हमें 10 बाय 10 का छोटा सा दुकान मुहैया कराया जा रहा है। जिससे हम लोग काफी परेशानी होगी। सोगरा वक्त स्टेट के द्वारा इस मसले का हल निकाला गया लेकिन दुकानदार इस हाल से संतुष्ट नहीं दिखाई दे रहे हैं।