NEWSPR डेस्क। विकास की गति प्रदान करने के लिये मुंगेर को उत्तर बिहार, कोसी और सीमांचल से जोडऩे वाला श्री कृष्ण सेतु पर सफर को शीघ्र ही हरी झंडी मिलेगी। सरकार की ओर से लोकापर्ण की तिथि 11 फरवरी को निर्धारित की गई है। एप्रोच पथ के काम को अंतिम रूप देने के लिए निर्माण एजेंसी ने काम की रफ्तार चार गुणा बढ़ा दिया । इससे पूर्व 25 दिसम्बर और 16 जनवरी को उद्घाटन का दिन निर्धारित की गई थी, लेकिन काम पूरा नहीं होने की वजह से टालना पड़ा था।
बता दें कि 20 साल पहले मुंगेर वासियों के कई आंदोलन के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस गंगा नदी पर बनने वाले रेल सह सड़क पुल का शिलान्यास किया था। जिसके बाद पुल बनने के दौरान जमीन अधिग्रहण से लेकर पुल को बनने में कई अड़चने आई। पुल की लागत मुल्य भी 927 करोड़ से बढ़कर 2774 करोड़ रुपए हो गयी है। 20 साल के लंबे इंतजार के बाद अब गंगा पुल से एप्रोच पथ के कनेक्टिविटी का काम पूरा हो गया है।
इस बात की जानकारी मुंगेर डीएम नवीन कुमार दी। उन्होंने बताया कि कल हेडक्वार्टर से सूचना प्राप्त हुआ है की मुंगेर रेल सह सड़क पुल का उद्घाटन 11 फरवरी को होना है। पुल का लगभग कार्य पूर्ण हो चुका है और जो बचा है उसे घोषित तिथि से पूर्व पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुल का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और परिवहन मंत्री नितिन गड़करी के द्वारा किया जाएगा और 11 फरवरी से इस पुल से लोग सफर कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि कल तक क्लियर हो पायेगा की वर्चुअल माध्यम से या सशरीर उपस्थित होकर उद्घाटन करेंगे।
बताते चलें कि मुंगेर घाट पर 14.51 किलोमीटर लंबे 2 लेन रेल सह सड़क पुल का निर्माण कार्य भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण कर रहा है। मोकामा में राजेन्द्र सेतु और पटना में जेपी सेतु के बाद राज्य में गंगा नदी पर यह तीसरा रेल सह सड़क पुल होगा। श्री कृष्ण सेतु पर चल रहे कार्य की प्रगति को लेकर रोज मुंगेर डीएम मोनिटरिंग कर रहे हैं ।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट