NEWSPRडेस्क। वैशाली करनौती के बेटी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर भूमिहार ब्राह्मण समाजिक फ्रंट का प्रतिनिधिमंडल लगातार प्रयासरत है. गुरूवार को फ्रंट के कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजीत कुमार के नेतृत्व में वैशाली एसपी से मिलकर इसके लिए ज्ञापन सौंपा. प्रतिनिधिमंडल में शामिल पीड़ित बेटी के पिता उमाशंकर ठाकुर ने पुलिस अधीक्षक को इस घटना से संबंधित तथा छुटे तथ्यों से अवगत कराया। ज्ञापन में इस घटना का स्पीडी ट्रायल करा कर न्याय दिलाने, सरकार द्वारा पीड़ित परिवार को नियमानुसार सरकारी आर्थिक सहायता प्रदान करने , करनौती के इलाके में पुलिस पिकेट का स्थापना करने, पीड़ित परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने सहित कई अन्य प्रमुख मांगों से भी पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया ।
पुलिस अधीक्षक ने दिया आश्वासन : पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रतिनिधि मंडल के सभी मांगों को गंभीरता से सुना एवं मांगों को जायज ठहराते हुए त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। खासकर उस इलाके में पुलिस पिकेट स्थापित करने की मांग के संदर्भ में पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि मैं शीघ्र मापदंड के हिसाब से प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजूंगा । फिलहाल उस इलाके में पुलिस का गतिविधि बनाए रखूंगा। उन्होंने पीड़ित परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने का भी आश्वासन दिया।पुलिस अधीक्षक से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि जब तक करनौती के बेटी को न्याय नहीं मिलेगा तब तक हमारा फ्रंट इस लड़ाई को लड़ते रहेगा।
पुलिस अधीक्षक से मुलाकात के बाद अजीत सिंह ने कहा : उन्होंने कहा किस घटना का हमारा फ्रंट सीबीआई से जांच कराने की मांग करती है हम एक दो रोज के अंदर राज्य के मुख्यमंत्री से इस विषय में ज्ञापन देकर सीबीआई जांच कराने की मांग करेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि पीड़ित बेटी के मामले को न्यायालय के अंदर निस्वार्थ भाव से लड़ने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता रामनाथ शर्मा के प्रति फ्रंट के नेताओं ने आभार व्यक्त करते हुए उनके इस निर्णय पर उन्हें साधुवाद दिया वही फरंट के वरिष्ठ नेता और प्रदेश कांग्रेस के नेता धर्मवीर शुक्ला ने कहाँ की अपराधी किसी जाती और धर्म का नहीं होता अपराधी सिर्फ अपराधी होता हैं इस घटना की ज़ब तक सी बी आई जाँच नहीं सुरु होती हम और हमारा संगठन चुप नहीं बैठनेवाला
पुलिस अधीक्षक से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में फ्रंट के वरिJष्ठ नेता धर्मवीर शुक्ला , पीड़िता के पिता उमाशंकर ठाकुर, अधिवक्ता मुकेश रंजन, करनौती पैक्स अध्यक्ष रूपेश कुमार सिंह, कमलेश कुमार सिंह कई प्रमुख लोग शामिल थे।