बिहार में बढ़ने लगा ठंड का एहसास, आसमान रहेगा साफ लेकिन लोगों होगी ये परेशानी

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। बिहार की राजधानी पटना सहित राज्य के जिलों में मौसम में बदलाव जारी है। मौसम के मिजाज में हो रहे इस बदलाव का असर आम जन-जीवन पर देखा जा रहा है। राज्य के सभी शहरों के चिकित्सा केंद्रों पर लोग मौसमी बीमारी की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। खासकर सरकारी अस्पतालों में पांव रखने की जगह नहीं है। इनमें ज्यादा मामले खांसी और कोल्ड कफ से संबंधित हैं। साथ में बुखार और बदन दर्ज के मामले ज्यादा बढ़े हैं। चिकित्सकों के मुताबिक ये बदलाव मौसम की वापसी के बाद हुआ है। ठंड की हल्की दस्तक को लोगों ने गंभीरता से नहीं लिया। जिसकी वजह से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

राज्य में बारिश का क्रम बंद हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि राज्य में आसमान साफ रहेगा, लेकिन पछुआ हवा की वजह से फिजां में नमी बनी रहेगी। मौसम विभाग ने बताया है कि सूबे में दिन और रात के तापमान में काफी अंतर महसूस किया जाएगा। वहीं शाम होते ही हल्की ठंड का एहसास होगा। ग्रामीण इलाकों में सुबह-शाम हल्की धुंध और कोहरे की स्थिति भी बनी रहेगी। इधर, मौसम वापसी के बाद प्रदूषण का आगमन हुआ है। बिहार के कई शहरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरा वाले निशान तक पहुंच गई है।

मौसम विभाग के मुताबिक लगातार तापमान में गिरावट दर्ज होगी। पछुआ हवा का प्रभाव बना रहेगा। मौसम अपने शुष्क दौर से गुजरेगा। रात के तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है। शाम होते ही गिरावट देखी जा रही है। वातावरण में ठंड बढ़ेगी। उसके अलावा पारा के और गिरने की संभावना है। पिछले 24 घंटे के तापमान के मुताबिक खगड़िया सबसे गर्म जिला रहा। यहां का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सबसे कम तापमान समस्तीपुर में पूसा का रहा। वहां तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पूसा का तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटना की बात करें, तो यहां का तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग की मानें, तो लोगों को बदलते मौसम में सावधान रहना चाहिए। क्योंकि इस समय दिन में गर्मी का एहसास और शाम होते ही हल्की ठंड होने लगती है। जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। इसलिए लोगों को रात में मोटे कपड़े और पतली चादर का प्रयोग करना चाहिए। उधर, बिहार में हवा के जहरीली होने की खबर भी आई है। सूबे के कई शहरों की एयर क्वालिटी काफी खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है। इस मामले में पूर्वी चंपारण की स्थिति और भी डेंजर है। मोतिहारी में एयर क्वालिटी खतरनाक लेवल पर पहुंच गई है। स्थिति ये है कि बिहार के कई शहरों में प्रदूषण की स्थिति डेंजर स्तर पर पहुंच गई है। कई शहरों में पहुंचने वाली है। इसलिए सांस से जुड़ी बीमारी वाले लोगों के अलावा आम लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।

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