NEWSPR डेस्क। पटना में 55 लोगों के कोरोना मुआवजे का आवेदन रिजेक्ट हो गया है। जिसका कारण कर्मचारियों की लापरवाही बताई जा रही। बिहार सरकार उन लोगों को चार-चार लाख रुपए दे रही जिनके अपनों की मौत कोरोना के कारण हुई है। वहीं कोविड से जिनकी मौतें हुई उन्में से 55 दिवंगत लोगों के आश्रितों का कोरोना मुआवजा रद्द हो गया है। जानकारी के मुताबिक कर्मचारियों ने इनके आवेदन की जो सूची भेजी, उसमें कोरोना पुष्टि का माध्यम एचआरसीटी (हाई रेजोल्यूशन कम्प्यूटेड टोमोग्राफी) लिखा गया है। जिसके कारण राज्य स्वास्थ्य समिति ने वेरीफिकेशन के क्रम में 55 आवेदनों को मुआवजा योग्य नहीं माना और रद्द कर दिया।
वहीं कागजात में आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट भी संलग्न थी। इलाज के क्रम में डाक्टरों ने संक्रमण की स्थिति जानने के लिए एचआरसीटी कराई थी। लेकिन मुआवजा देने के क्रम में जो कागजात लगे उसमें मौत का कोरोना न होने से ऐसा हुआ है।
बता दें कि बिहार सरकार द्वारा कई बार इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि जिन लोगों की कोरोना से मौतें हुई हैं। उनके स्वजन को जल्द से जल्द चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए। जिसमें कई लोगों को राशि मिल भी चुकी है। अब जिनके पास कोरोना जांच रिपोर्ट व नगर निगम मृत्यु प्रमाणपत्र है, उन्हें अधिकारी त्रुटि की जानकारी प्राप्त कर दोबारा आवेदन करने को कह रहे हैं।