मोतिहारी के केसारिया में लागातार चौथी बार आई बाढ़, आम जन जीवन अस्त-व्यस्त, बाढ़ पीड़ितों तक सहायता पहुंचाने में प्रशासन फेल

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। मोतिहारी ज़िले क्षेत्र के केसरिया गंडक नदी में जलस्तर में लगातार वृद्धि से ढेकहां पंचायत सहित प्रखंड के आंशिक पंचायतों में बाढ़ की विभीषिका ने अपना कहर ढा दिया है। ऐसे में ढेकहां पंचायत के मझरिया गांव के ग्रामीणों का कहना है कि हमलोगों के घर आने जाने का मात्र एक यही रास्ता है जो पिछली दफा असमय आई बाढ़ का निवाला बन गया और गांव का संपर्क टूट गया। हलांकि अंचल प्रशासन द्वारा नाव चलवाया जाता है, जिससे बाढ़ में अपने घरों तक जाना आसान हो जाता है।

उसी गांव के ग्रामीण विजय सिंह ने बताया कि हमलोगों के जाने का मात्र एक ही रास्ता है जो बाढ़ के काल के गाल में समा गया है। जहां ग्रामीणों के सहयोग से चंदा इकठ्ठा कर बांस के चचरी पुल बनाया गया। इससे आने जाने में सहूलियत हो। चौथी बार आई बाढ़ से पुन: सड़क को अवरुद्ध कर दिया। वहीं उन्होंने बताया कि इसको लेकर स्थानीय विधायक शालीनी मिश्रा ने पीछले बाढ़ के समय गांव का अवलोकन किया था इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से वादा किया था कि बांस का ही सही हम इस पूल को तीन दिन में बनवा देंगे। जिससे आपलोगों का परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। लेकिन तीन महीना बाद भी वहां पुल नहीं बना।

ग्रामीणों का कहना है कि पिछली बार जब बाढ़ ने गांव पर कहर ढ़ाया था हमलोग घर से बेघर हो गए थे। तब प्रशासन के तरफ से सिर्फ एक पॉलिथीन मीला था। इस बार भी बाढ़ से प्रभावित हुए पांच दिन हो गये। प्रशासन की अभी तक कोई पहल नहीं है। हालांकि ढेकहां पंचायत में चार जगह कम्युनिटी किचन चलने की चर्चाए काफी जोर शोर से मची है। लेकिन कोई भी कम्युनीटी किचन का स्वरूप नहीं दिखाई दिया। वहीं बहुत ग्रामीणों ने अंचल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाढ़ पीडितों के लिये सरकार ने जो राशी भेजी थी पिछली बाढ़ के समय वो अबतक हमलोगों को नहीं मील पाया है।

वहीं इससे पूर्व में स्थानीय सीओ प्रवीण कुमार सिन्हा के द्वारा ढेकहां पंचायत के दो वार्ड में चूड़ा व चिनी का वितरण कराया गया। और वहीं तक सिमट कर रह गया। पिछली बार एक भी कम्युनिटी किचन नहीं चलाया गया था। इस बार ढेकहां पंचायत में चार कम्युनिटी किचन चलने की चर्चाएं सूर्खियों में है। लेकिन धरातल पर अभी तक नहीं दिखाई दे रहा है।

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