NEWSPR डेस्क। पटना केंद्र सरकार ने देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने आतंकवादी संगठनों को मदद करने और आतंकी परीक्षण देने मैं अपनी भूमिका निभा रहे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) तथा उसके सहयोगी 8 संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। विदित है कि पटना के फुलवारी शरीफ में गजवा ए हिंद स्थापित करने के लिए बड़ी साजिश हो रही थी जिसका खुलासा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने किया था और यहां छापा भी मारे गए थे. इसके साथ ही तेलंगाना के निजामाबाद में कराटे परीक्षण के नाम पर पीएफआई द्वारा हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था एनआईए ने इस मामले में भी छापे मारे थे।
नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश में हूं सा हुई उस इंसान पीएफआई से जुड़े आरोप के यहां से आपत्तिजनक सामग्रियां साहित्य सीडी मिले थे इसके अलावा 22 सितंबर और 27 सितंबर को एनआईए और ED सहित राज्यों की पुलिस जांच एजेंसियों ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के ठिकानों पर एक साथ ताबड़तोड़ कार्यवाही या करते हुए करीब ढाई सौ से अधिक पीएफआई के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था।
यही नहीं इन जांच एजेंसियों को पीएफआई के खिलाफ पर्याप्त सबूत भी मिले थे इसके बाद जांच एजेंसियों ने गृह मंत्रालय से पीएफआई के खिलाफ कार्यवाही और प्रतिबंध की मांग की थी।
जांच एजेंसी की सिफारिश पर गृह मंत्रालय ने PFI और इसके सहयोगी संगठन रिहैब इंडाया फाउंडेशन, कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया इमाम काउंसिल, नशनल काॅन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन, नेशनल विमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एंपावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन केरल जैसे सहयोगी संगठनों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है देश के कई राज्यों द्वारा पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही थी। बिहार आंध्र प्रदेश असम दिल्ली झारखंड राजस्थान पश्चिम बंगाल कर्नाटक उत्तर प्रदेश तेलंगाना तमिलनाडु हरियाणा और मध्य प्रदेश शहीद 15 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया सक्रिय था।