NEWSPR डेस्क। इंटर और मैट्रिक परीक्षा के लिए बिहार बोर्ड ने मार्गदर्शिका निकाली है। इसमें कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए तमाम सावधानियां बरतने के लिए कहा गया है। इंटर और मैट्रिक परीक्षा में अगर किसी केंद्र पर कदाचार हुआ तो इसके लिए केंद्राधीक्षक और दंडाधिकारी जिम्मेवार होंगे। इसकी जानकारी मार्गदर्शिका दी गई है। परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों पर कदाचारमुक्त परीक्षा संचालित करने की अपील छात्रों से की जायेगी। इसके लिए केंद्र के प्रवेश द्वार पर पर्ची चिपकायी जायेगी।
बता दें कि कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए सभी केंद्रों पर धारा 144 लगायी जायेगी। दंडाधिकारी, पुलिस बल और परीक्षा केंद्र के भीतर की व्यवस्था के लिए केंद्राधीक्षक एवं उनके साथ शामिल कर्मी की सामूहिक जिम्मेवारी होगी। कदाचार की स्थिति में नकल करने वाले परीक्षार्थियों और इसमें सहयोग करने वाले अभिभावकों के साथ-साथ परीक्षा व्यवस्था में जुड़े सभी क्रमियों पर कार्रवाई होगी।
बता दें कि सहायक केंद्राधीक्षक परीक्षा केंद्र पर प्रत्येक पाली में परीक्षा में सम्मिलत 25 प्रतिशत परीक्षार्थियों की पहचान उनके प्रवेश पत्र, उत्तर पुस्तिका और ओएमआर पर मुद्रित फोटो से करेंगे। प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक होंगे। एक कक्षा में न्यूनतम दो वीक्षकों की प्रतिनियुक्ति केंद्राधीक्षक करेंगे।
लॉटरी से निकाली जाएगी शिक्षकों का नाम
इंटर परीक्षा में वीक्षण कार्य के लिए शिक्षकों की नियुक्ति के लॉटरी से की जायेगी। इसके लिए हर जिला शिक्षा कार्यालय के पास शिक्षकों की सूची बिहार बोर्ड ने भेज दी है। संबंधित जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा 28 जनवरी तक वीक्षकों की नियुक्ति कर दी जानी है। पटना डीईओ कार्यालय की मानें तो 25 जनवरी को वीक्षकों की नियुक्ति की जायेगी। वीक्षकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह का नियुक्ति पत्र दिया जायेगा।