NEWSPR डेस्क। बिहार के नालंदा जिले में ठगों का इलाका कहे जाने वाला कतरीसराय के साइबर ठगों की पहुंच देश के विभिन्न राज्यों के अलावा कनाडा तक बन चुकी है। कनाडा के सिम से फोन करके चंडीगढ़ के व्यापारी जगदीश प्रसाद यादव से साइबर अपराधियों ने 4.80 लाख रुपये ठग लिये। मामले की तहकीकात के लिए चंडीगढ़ पुलिस की नौ सदस्यीय टीम बिहार पहुंच चुकी है। ठगी के रुपयों का ट्रांसफर सीवान के अम्बु कुमार और पटना के रवि कुमार बैंक खातों में किया गया है। कनाडा में नौकरी करने वाले बेटे को जेल से छुड़ाने के नाम पर 84 वर्षीय व्यापारी से राशि ऐंठी गयी है।
सीवान और पटना के अपराधियों की टोह लेने के दौरान चंडीगढ़ पुलिस को साइबर फ्रॉड गैंग का पता चला है। इसके सदस्य पटना, नालंदा, छपरा, किशनगंज, शेखपुरा, नवादा, रोहतास समेत कई अन्य जिलों के अलावा अमृतसर, नई दिल्ली, यूपी और झारखंड में जाल फैले रहने के साक्ष्य मिले हैं। चंडीगढ़ पुलिस एक हफ्ते रहकर बिहार के कई जिलों के डेढ़ दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी करने की योजना बनायी है।
दीघा के थानाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि टीम अपनी रणनीति के तहत काम कर रही है। हालांकि, कुछ विशेष बताने से उन्होंने इनकार कर दिया। सूत्रों ने बताया कि किशनगंज, शेखपुरा जिले के बरबीघा, नालंदा जिले के सरमेरा, रहुई के सोसंदी, बिहारशरीफ के करिंगापुर-सरबहदी और नेपुरा (सिलाव), डेहरी, पटना के दीघा, समनपुरा और कदमकुआं, छपरा, यूपी के खुशीनगर, झारखंड की अमरावती-रांची व नई दिल्ली वार्ड नंबर-11 में गैंग के सदस्य फैले हुए हैं। इसलिए इन इलाकों में छापेमारी की गयी।
व्यापारी के बेटे कनाडा में नौकरी करता हैं। वह रात में ड्यूटी में था, जहां फोन की सुविधा नहीं थी। छह जुलाई 2022 को कनाडा नंबर से किसी ने फोन किया। उसने अपना नाम कीमा बताया। पंजाबी भाषा में कहा कि उनके बेटे की होटल में कनाडियन नागरिक के झगड़ा हो गया है। उसे पुलिस जेल ले गयी है। छुड़ाने के लिए वकील कुलवंत सिंह जंद का नंबर देकर बात करने को कहा गया। उसने जल्दी से 4.80 रुपये ट्रांसफर करने को कहा, जिसके बाद उन्होंने रुपये ट्रांसफर कर दिए।