पंचांग – तिथि, पक्ष और संवत्सरयह भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है, जो सुबह 10:34 बजे तक है; उसके पश्चात तृतीया तिथि आरंभ हो जाती है ।वर्ष के दृष्टिकोण से यह विक्रम संवत् 2082 और शक संवत् 1947 (विश्वावसु संवत्) का दिन है ।
यह सोमवार का दिन है ।नक्षत्र, योग और करणनक्षत्र: आज शतभिषा है, जो लगभग दोपहर 1:00 बजे तक रहेगा, उसके बाद पूर्वभाद्रपदा नक्षत्र प्रारंभ होगा ।योग: अतिगण्ड योग सुबह से लगभग 9:33–9:34 PM तक होगा, फिर सुकर्मा योग आरंभ होगा ।
करण: सुबह गर करण है जो लगभग 10:34 बजे तक रहेगा; 이후 वणिज करण आरंभ होगा और बाद में विष्टि चलेगा ।सूर्योदय, सूर्यास्त और चन्द्र स्थितिसूर्योदय: लगभग सुबह 6:05 बजेसूर्यास्त: शाम 6:58 बजेचन्द्रोदय: रात 8:31
बजेचन्द्रास्त: अगले दिन सुबह 8:44 बजे ।इस दिन चन्द्रमा कुंभ राशि में रहेगा ।ऋतु: वर्षा ऋतु (द्रिक मौसम) चल रही है ।शुभ व अशुभ मुहूर्त
पूजा–उपाय और ग्रह स्थितिइस दिन बुध ग्रह वक्रता (रिट्रोग्रेस) से सीधे मार्गी हो जाएगा—यह ग्रहों की चाल में परिवर्तन का शुभ संकेत देता है ।मानस दृष्टि से, यह दिन भगवान शिव की पूजा-साधना के लिए बहुत शुभ माना गया है—विशेष रूप से द्वितीया तिथि एवं सोमवार के होने के कारण। शिवपूजा से मनोकामना पूरी होने का मान्य फल मिलता है ।
सारांश (बिंदुवार)तत्व विवरणतिथि कृष्ण पक्ष द्वितीया (सुबह 10:34 तक), तृतीया आगेनक्षत्र–योग–करण शतभिषा (दोपहर तक), अतिगण्ड योग, गर/वणिज करणवार व संवत्सर सोमवार, विक्रम संवत् 2082, शक संवत् 1947सूर्य/चन्द्र समय सूर्योदय 6:05, सूर्यास्त 6:58, चन्द्रोदय 8:31, चन्द्रास्त 8:44शुभ मुहूर्त ब्रह्म मुहूर्त, अमृत काल, अभिजीत मुहूर्तअशुभ समय राहुकाल, यमगण्ड, गुलिक काल, दुर्मुहूर्तग्रह स्थिति चन्द्रमा कुंभ राशि में; बुध मार्गी हो रहा है