NEWSPR डेस्क। सांस लेने में तकलीफ के कारण 21 अक्टूबर को सेक्टर-44 के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती एक 21 वर्षीय महिला ने अस्पताल के एक कर्मचारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है जब वह 21 से 27 अक्टूबर तक इलाज के दौरान बेहोश थी।
आपको बता दें कि पीड़िता के पिता ने 27 अक्टूबर को पुलिस को इस मामले की सूचना दी की होश में आते ही उसने अपने पिता के सामने खुलासा किया। महिला ने अपने पिता को बताया कि आरोपी का नाम विकास है। उसने अपने पिता को तीन पन्नों का पत्र भी दिया, जिसमें उसने पूरी घटना को बताया।
बुधवार को सुशांत लोक पुलिस स्टेशन में घटना के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। शिकायत मिलने के बाद, पुलिस महिला के बयान लेने के लिए अस्पताल पहुंची, लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि महिला बयान देने की हालत में नहीं है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, पुलिस उपायुक्त (पूर्व) मकसूद अहमद ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। अस्पताल के रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया जा रहा है। पीड़िता अपना बयान देने की हालत में नहीं है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों से मंजूरी के बाद ही पीड़िता का बयान लिया जाएगा।
मामले की जांच की जा रही है। महिला के माता-पिता को भी नहीं पता कि आरोपी अस्पताल का कर्मचारी है या नहीं। हम घटना के बारे में अस्पताल प्रबंधन से भी पूछताछ कर रहे हैं। महिला के बयान देने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता महेंद्रगढ़ जिले की निवासी है और टीबी से पीड़ित है। सांस लेने में तकलीफ के कारण उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। महिला के पिता ने पुलिस से अपनी बेटी का मेडिकल परीक्षण कराने का अनुरोध किया था। इस बीच, फोर्टिस अस्पताल ने कहा कि वह इस मामले की जांच में पुलिस का पूरा सहयोग कर रहा है।