बिहार इस समय भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहा है। हालात ऐसे हैं कि दिन और रात का तापमान लगभग एक जैसा बना हुआ है। मानसून फिलहाल कमजोर पड़ गया है और ज्यादातर जिलों में बारिश नहीं हो रही। नतीजा यह कि लोगों का हाल बेहाल है। मौसम विभाग ने मंगलवार को 6 जिलों में हल्की बारिश के लिए येलो अलर्ट तो जारी किया है, लेकिन राज्य के बाकी हिस्सों में मौसम सामान्य रहने की उम्मीद जताई है।
फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, 7 सितंबर तक बिहार में अच्छी बारिश की कोई संभावना नहीं है। दिन में चटक धूप और पारा सामान्य से ज्यादा रहेगा। यानी उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत नहीं मिलेगी। हालांकि, 10 सितंबर के बाद मौसम का रुख बदल सकता है और राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इससे तापमान नीचे आएगा और लोगों को कुछ राहत मिल सकती है।
बारिश में भारी कमी
आंकड़े बताते हैं कि अब तक बिहार के 23 जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है। केवल 15 जिलों में ही वर्षा सामान्य रही। 1 सितंबर तक पूरे राज्य में औसतन 29% कम बारिश हुई। पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी सबसे प्रभावित रहे, जहां 61% कम बारिश हुई है।
मुंगेर में गंगा का बढ़ता जलस्तर
इधर, मुंगेर में गंगा नदी खतरे का अलार्म बजा रही है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ 6 सेंटीमीटर नीचे है। पानी अब तक छह प्रखंडों के 20 से ज्यादा गांवों में घुस चुका है। सबसे ज्यादा असर सदर मुंगेर और बरियारपुर इलाके में दिख रहा है। शहर के कई हिस्सों में भी पानी घुस आया है। कष्टहरणी घाट और चंडिका स्थान तक गंगा का पानी फैल चुका है।