पटनाः राजधानी पटना में जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दैरान कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, महागठबंधन में दरारें पड़ती जा रही हैं। महागठबंधन के बड़े नेताओं रघुवंश प्रसाद सिंह, उपेन्द्र कुशवाहा, शरद यादव, मुकेश साहनी की उपेक्षा हो रही है। बिहार की जनता जानना चाहती है कि आखिर वो कौन पार्टियाँ है। जो महागठबंधन को कमजोर कर रही हैं। कांग्रेस, राष्ट्रीय पार्टी है। कांग्रेस के नेताओं को अपने दल की ताकत को समझना चाहिए और बिहार में नेतृत्वकर्ता की भूमिका में आना चाहिए। मैं कांग्रेस का समर्थन करने के लिए तैयार हूँ। नेतृत्व की कमान किसी अतिपिछड़ा या दलित नेता को मिलनी चाहिए।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर हमला बोलते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि सुशील मोदी लालूफोबिया के शिकार है। अपने ट्वीट में सिर्फ लालू यादव की बात करते हैं। वे पिछले पांच वर्षों में किए गए अपने कार्यों का लेखा-जोखा बताएं। सृजन घोटाला, बालू माफियाओं के साथ समबन्ध और उनका भाई रियल एस्टेट का इतना बड़ा कारोबारी कैसे बना? इन सब के बारे में सुशील मोदी बिहार की जनता को बताएं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पप्पू यादव ने सवाल किया कि भूखमरी मिटाने में बिहार 27 राज्यों में 25वें स्थान पर क्यों है?
पप्पू यादव ने कहा कि 15 साल राज करने के बाद भी बिहार देश का दूसरा सबसे गरीब राज्य क्यों है? गरीबी मिटाने में बिहार 27 राज्यों में 26वें पायदान पर है। पटना देश का सबसे प्रदूषित शहर है। राज्य के 80 फीसदी सरकारी स्कूलों में शौचालय नहीं है। आगे उन्होंने कहा कि संविदा कर्मियों को नियमित करने और पूर्ण वेतनमान के वादे का क्या हुआ? नीतीश कुमार ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया और फिर भी 16वां साल अब मांग रहे हैं। जब शिक्षक अपने अधिकारों की मांग करते हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर केस दर्ज कर दिया जाता है। उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।