NEWSPR डेस्क। गैंगरेप का विरोध करने पर सीतामढ़ी की 15 साल की लड़की को जिंदा जला दिया था। सोमवार को मुजफ्फरपुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत से 10 घंटे पहले लड़की ने बयान दिया है। उसने कहा है कि मेरे मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर दिलवाइए। मेरे पिता से दुश्मनी थी तो मेरे साथ ऐसा क्यों किया। लड़की के साथ 5 लड़कों ने गैंगरेप की कोशिश की थी। उसने विरोध किया तो पहले ने तेजाब डाला, दूसरे ने केरोसिन, तीसरे ने माचिस से आग लगा दी थी। इसके बाद जलते हुए लड़की को गड्ढे में फेंक दिया था। लड़की सीतामढ़ी के पुपरी इलाके में रहती थी।
एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में लड़की का इलाज चल रहा था। मौत से दस घंटे पहले उसने अहियापुर पुलिस के समक्ष बयान दर्ज कराया था। इसमें गांव के ही युवकों को नामजद किया था। उसने पुलिस पदाधिकारी से कहा था. सर विवाद मेरे पिता से था। फिर दरिंदो ने मेरे साथ दरिंदगी क्यों की। मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर दिलाइएगा। पीड़िता के पिता ने कहा कि 29 अगस्त की शाम 5 आरोपी बेटी को जबरदस्ती उठाकर ले गए। दुष्कर्म की कोशिश की। दुष्कर्म का साक्ष्य छिपाने को लेकर तेजाब फेंककर बेटी को जलाया। तेजाब के बाद दूसरे ने केरोसिन डाला, तीसरे ने माचिस जलाकर आग लगा दी।
पिता ने बताया कि बेटी के चीखने- चिल्लाने पर गांव के लोग इकट्ठा हुए। खेत की ओर दौरे तब आरोपी सब फरार हो गए। इसके बाद उसे इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने धमकी भी दी कि अगर केस हुआ या किसी ने गवाही दी तो उसे जान से मार देगा। लड़की ने अपने बयान में बताया था कि गांव के ही कुछ लोगों से उसके परिवार का जमीन विवाद है। इसी दुश्मनी को लेकर चारों आरोपित रात में उसे घर से उठाकर खेत में ले गए। सभी ने दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने पर केरोसिन उड़ेल जला दिया। इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था।