PATNA : सूबे में जहां एक तरफ बेहतर स्वास्थ्य की सरकार ढिढोरे पिटती है तो वही दूसरी तरफ अस्पताल में आने वाले तीमारदार भी खुद सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं। और ये नज़ारा कही और नहीं बल्कि प्रदेश की राजधानी पटना में स्थित सूबे के बड़े अस्पतालों में शामिल इंदिरा गांधी भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में देखने को मिलता है। यहां कार्यरत सुरक्षाकर्मी मरीजों के परिजनों ने मानवीय नहीं बल्की पशुवत व्यवहार करते हैं।
कुछ ऐसा ही नजारा बीती रात देखने को मिला जब लखीसराय जिले के तुरी गढ़ा गांव के कुंदन झा। अपनी किडनी की बीमारी की इलाज कराने के लिए अपनी मां के साथ पीछले दो दिनों से भटक रहे थेI क्योंकि नंबर नही लगने के कारण उनका इलाज नहीं हो पाया। ऐसे में बीमार कुंदन झा बैठे हुए थे और उनकी मां इलाज के लिये लाइन में लगी हुई थी ताकि नम्बर लग जाए। उसी दौरान सुरक्षागार्डो ने कुंदन झा की पिटाई शुरू कर दी। वहीं अपने बीमार बेटे के पीटता देख कुंदन की मां बचाव में पहुंची तो गार्डों ने कुंदन की मां की भी पीटाई कर दी जिसमें उनका सर फट गया है।
हलांकि खबर लिखे जाने तक अस्पताल प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया था। वहीं इलाज के लिए अस्पताल आए अन्य लोगों ने इस घटना का जमकर विरोध किया था।
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट