कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ब्लैक फंगस की बीमारी भी दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है. पटना में ब्लैक फंगस के मामले इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि आइजीआइएमएस और एम्स में ब्लैक फंगस के लिए बनाये गये सारे स्पेशल वार्ड फुल हो गये हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अब कोविड से ज्यादा फंगस के मरीज आ रहे हैं. ब्लैक फंगस के ज्यादातर मामले कोविड मरीजों या कोविड से ठीक हो चुके मरीजों में ज्यादा देखी जा रही है.
आइजीआइएमएस में तय बेड से 24 मरीज अधिक :
आइजीआइएमएस का 100 बेड और एम्स का 75 बेड का फंगस वार्ड अब मरीजों से पूरी तरह से भर गया है. आइजीआइएमएस में शनिवार तक कुल 124 संक्रमित भर्ती किये गये हैं. यहां 24 मरीज तय बेड से अधिक भर्ती हैं, जबकि एम्स में 75 बेड ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए आरक्षित हैं, जहां वर्तमान में 110 संक्रमित भर्ती हैं. वहीं, एम्स में इएनटी विभाग की अध्यक्ष डॉ क्रांति भवना ने बताया कि ब्लैक फंगस के कई मरीज कोरोना से भी संक्रमित हैं. अत: उन्हें कोविड वार्ड में भी रखा गया है. ऐसे मरीजों की संख्या लगभग 34 है. वहीं, पीएमसीएच में 27 मरीज फंगस वार्ड में भर्ती हैं. पीएमसीएच में 70 बेड के फंगस वार्ड में अब 43 बेड खाली हैं.
रोजाना 20 से 25 मरीज हो रहे भर्ती
ब्लैक फंगस अब बड़ी चुनौती बनता जा रहा है. आइजीआइएमएस, एम्स व पीएमसीएच में रोजाना करीब 150 ब्लैक फंगस के संदिग्ध मरीज पहुंचते हैं. इनमें करीब 70 से 80 मरीजों में फंगस की पुष्टि होती है. इनमें 20 से 25 मरीज ऐसे होते हैं, जिनको भर्ती करने की आवश्यकता होती है. बाकी हल्के लक्षण वाले मरीजों को दवा व इंजेक्शन देकर घर भेज दिया जाता है, जो घर पर ही इलाज के बाद ठीक हो जाते हैं. वहीं, आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने कहा कि अतिरिक्त मरीजों को अलग-अलग वार्डों में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है.
20 नये मरीज भर्ती, 24 का ऑपरेशन
ब्लैक फंगस (म्यूकरमायकोसिस) से शनिवार को तीन मरीजों की मौत हो गयी. इनमें दो की मौत आइजीआइएमएस में व एक की एम्स में हुई है. बताया जा रहा है कि तीनों मरीजों के आंख व ब्रन तक म्यूकरमायकोसिस चला गया था. इधर, आइजीआइएमएस व एम्स में 24 ब्लैक फंगस के मरीजों का ऑपरेशन किया गया. वहीं, शनिवार को पीएमसीएच, आइजीआइएमएस व एम्स में ब्लैक फंगस के कुल 20 नये मामले सामने आये. इनमें 10 को पीएमसीएच, सात मरीजों को एम्स और तीन मरीजों को आइजीआइएमएस में में भर्ती किया गया है. इसके साथ ही आइजीआइएमएस में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 124 पहुंच गयी है.