खाने के बाद कुछ मीठा खाना हम भारतीयों के लिए एक परंपरा है. मिठाई के नाम पर रसगुल्ले, घेवर, जलेबी, रबड़ी आदि सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है. आप किसी भी शहर की बात करें, सब के अपने कुछ अलग और स्वादिष्ट मिठाई हैं. लखनऊ जाएं तो मक्खन मलाई पाएंगी, बिहार जाएं तो खाजा पाएंगी. ऐसे ही कितने शहर हैं जो जाने ही इसलिए जाते हैं कि वहा कि मिठाई लाजवाब होती है.
कोलकाता
भई, मिठाई की बात हो और कोलकाता का नाम न आए ऐसे भला कैसे हो सकता है. यहां हर चप्पे पर आपको मिठाई की दुकान मिलेगी. अगर आपको पारंपरिक नोलन गुड़ पायेश (गुड़ से बनी बंगाली खीर) या पतिशाप्ता खाना हो तो यहां कि सबसे पुरानी दुकान है बलराम मलिक और राधारमण मलिक की, जहां आप इनका स्वाद ले सकती हैं.
लंगचा, पंतुआ, अमृती, चमचम आदि सहित रसगुल्ला खाने के लिए कोलकाता का एक चक्कर लगाना बहुत जरूरी है. अगर आने वाले समय में कभी आप कोलकाता जाने की सोचें, तो यहां कि यह स्वादिष्ट और पारंपरिक मिठाइयों का आनंद जरूर लें.
पंजाब
पंजाब यानी चिकन तंदूरी, मटन कबाब, अमृतसरी फिश, आलू के परांठे, वाह! मगर पंजाब सिर्फ मैन कोर्स ही नहीं, बल्कि अपनी स्वीट डिशेज के लिए भी फेमस है. खासकर की बेसन के लड्डू और पिन्नी के लिए. पिन्नी खाने में जितनी स्वादिष्ट होती है, उतना ही स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है.
अगर आपने कभी पिन्नी का स्वाद न लिया हो, तो इस बार पिन्नी जरूर चखें. इसके अलावा, पंजाबी डोडा बर्फी और तोषा स्वीट डिश भी बहुत लोकप्रिय है. वहीं, लस्सी को कैसे भूला जा सकता है. पारंपरिक पंजाबी लस्सी में खूब मलाई होती है, जिसे पीने के बाद आप गर्मियों में कूल-कूल भी रहती हैं और पेट भी पूरा दिन भरा-भरा रहता है.
लखनऊ
कुछ शहर ऐसे होते हैं, जिनके लजीज व्यंजनों का स्वाद जुबां में बैठ जाता है. जैसे रसगुल्ला सुनते ही कोलकाता नाम आता है, वैसे ही मक्खन मलाई सुनते ही लखनऊ याद आता है. वैसे लखनऊ अपने लजीज कबाबों और चाट के लिए भी जाना जाता है. जब शहर नवाबों का है, तो शौक भी नवाबी ही होंगे.
यहां जैसी मक्खन मलाई कहीं और मिलना एकदम बेकार है. वहीं, काली गाजर का हलवा, रेवड़ी, शाही टुकड़ा और मलाई की गिलौरी तो क्या ही कहने! अगर कभी आपका जाना लखनऊ हो, तो स्वादिष्ट और लजीज कबाबों के साथ मिठाइयों को भी जरूर अपनी लिस्ट में शामिल करें.