NEWSPR डेस्क। मूड बनाने के लिए जेलर साहब गंगा नदी पुल पार कर यूपी चले गए थे। उधर से तरो-ताजा होकर वापस लौट ही रहे थे कि बक्सर पुल पर एंटी लीकर की टीम खड़ी थी। परिचय देते रहे लेकिन टास्क फोर्ट के जवान बख्शने के मूड में नहीं थे। वीर कुंवर सिंह सेतु पर चलाए गए जांच अभियान के दौरान बक्सर मुक्त कारागार के जेलर और कक्षपाल को नशे में पकड़ा गया। शराब पीकर उत्तर प्रदेश से बिहार की सीमा में प्रवेश कर रहे थे। इन्हें मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने शराब पीने की पुष्टि कर दी। बाद में इन्हें हिरासत में ले लिया गया।
शराब के नशे में पकड़े गए जेलर साहब
जेलर और कक्षपाल को कस्टडी में लेने के बाद काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही। एंटी लीकर टास्क फोर्स की ओर से बक्सर के वीर कुंवर सिंह सेतु जांच अभियान चलाया जा रहा था। यूपी से आनेवालों पर टीम की पैनी नजर थी। इस दौरान जवानों को शक हुआ तो इनसे पूछताछ की गई। काफी देर तक मैनेज करने की कोशिश चलती रही। बाद में सदर अस्पताल भेज दिया गया। दरअसल, बिहार में लागू शराबबंदी के बाद नियमित रूप से यहां जांच की जा रही है। इसी बीच बक्सर पुल पर पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा, पूछताछ में पता चला कि मुक्त कारागार के जेलर राम विनोद कुमार और कक्षपाल रूपक कुमार हैं। शराब पीने के शक में दोनों का मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां शराब पीने की पुष्टि हुई।
नगर परिषद बक्सर के खिलाफ प्रदर्शन
नगर परिषद बक्सर की कोताही के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। समाजसेवी गिट्टू तिवारी के नेतृत्व में लोगों ने हल्ला बोल आक्रोश मार्च निकाला। किला मैदान से निकलकर नगर परिषद बक्सर ऑफिस के कार्यालय तक चला। इस आक्रोश मार्च में सैकड़ों लोग शामिल हुए। गिट्टू तिवारी ने कहा कि नगर परिषद के अधिकारियों की उदासीनता बक्सर नगर को बीमार बना देगी। कूड़े की मनमानी डंपिंग से पूरा बक्सर त्रस्त है। जगह जगह जलजमाव है। इसकी सुध लेने नगरपालिका के अफसर कभी नहीं निकले। कई तरह की बीमारियां फैल रही है। किसी तरह का केमिकल छिड़काव नहीं किया जा रहा। आखिर ये उदासीनता क्यों? बक्सर जिला प्रशासन इस पर मौन क्यों है?
आरा में बेटे से नाराज मां ने खा ली जहर
आरा के बड़ी मठिया के पास बेटे से तंग आकर एक महिला ने जहर खा लिया। जिससे उनकी मौत हो गई। इलाज के दौरान सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में महिला ने दम तोड़ दिया। घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी का आलम रहा। मृतका बक्सर जिले के सेमरी थाना क्षेत्र के मझवारी गांव निवासी सुरेश पाठक की 48 वर्षीया पत्नी मधु देवी थीं। मधु की शादी साल 1990 में हुई थी। वो करीब 15 वर्षों से टाउन थाना क्षेत्र के तरी मोहल्ला अपने मायके में ही बच्चों के साथ रहती थीं। तब सभी बच्चे काफी छोटे थे। इधर, मृतका के भाई चंदन पाठक ने बताया कि उनके जीजा का 15 साल पहले एक्सीडेंट हो गया था। जिसके कारण वो काम नहीं कर पाते हैं और घर की भी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। कपड़े की दुकान पर काम करके अपने बच्चों का पालन पोषण करती थी। जब बेटा बड़ा हो गया और वो अपने बेटे से बराबर काम करने को कहती थी। लेकिन वो दिन भर सोया रहता था और काम नहीं करता था। जिसके कारण वो काफी परेशान रहती थी। शनिवार को बेटे से कहासुनी हुई। जिसके बाद वो घर से बाहर निकल कर बड़ी मठिया पहुंची और उसने जहर खा लिया।
छह बच्चों की अचानक बिगड़ी तबीयत
भोजपुर जिले के दलेलगंज गांव में संदेहास्पद स्थिति में आधा दर्जन बच्चों की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद परिजन सदर अस्पताल आरा पहुंचे। उनका इलाज कराया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है, सभी बच्चों को सांप ने डंस लिया है। इनमें रंजीत सिंह की तीन पुत्री रोशनी कुमारी, रीया कुमारी, रिषभ कुमारी, मुकेश सिंह का एक पुत्र लल्लू कुमार, एक पुत्री तनु कुमारी और सच्चिदानंद सिंह का पुत्र ओम कुमार शामिल है। रंजीत सिंह ने बताया कि सभी बच्चे गांव में एक ही जगह पर खेल रहे थे। तभी सभी की हालत अचानक बिगड़ गई। जिसके बाद सभी को इलाज के लिए संदेश रेफरल अस्पताल से आरा सदर अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज कराया जा रहा है। इनमें दो बच्चों की हालत काफी गंभीर बनी हुई है।
तीन गाड़ियों की टक्कर में एक की मौत
आरा-मोहनियां निर्माणाधीन फोरलेन पर दुलौर अस्पताल के पास हादसा हो गया। दो मैजिक और एक बोलेरो गाड़ी के बीच आपस में जोरदार टक्कर हो गई। इस घटना में एक आदमी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में घायलों को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया। जहां ऑन ड्यूटी डॉ. राघवेंद्र प्रताप सिंह ने प्राथमिक इलाज बाद आरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया। दुर्घटना के बाद तीनों गाड़ियों में सवार लोग फरार हो गए। हादसे में तीनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए।