मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना की प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना, जेपी गंगापथ का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने लैंडस्केपिंग, हरियाली बढ़ाने और सौंदर्यीकरण कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगापथ का हर हिस्सा आकर्षक और हरा-भरा होना चाहिए ताकि यह एक मिसाल बन सके।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगापथ का सौंदर्यीकरण उसी गुणवत्ता का हो जैसा इसका निर्माण है। मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा और निर्बाध यातायात सुनिश्चित करने पर भी खास ज़ोर दिया।
कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल निर्माण की समीक्षा
निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने गंगा नदी पर बन रहे कच्ची दरगाह-बिदुपुर छह लेन पुल के कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि इस परियोजना को तय समय सीमा में पूरा किया जाए, जिससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच यातायात और संपर्क को और सरल बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस पुल के निर्माण से पटना की ट्रैफिक समस्या में भी काफी राहत मिलेगी।
गायघाट में डाउन रैंप से यातायात होगा आसान
मुख्यमंत्री ने गायघाट में बन रहे डाउन रैंप का भी जायजा लिया। उन्होंने बताया कि इस रैंप के तैयार हो जाने पर यू-टर्न की आवश्यकता नहीं रहेगी, जिससे सड़क पर वाहनों की गति बनी रहेगी और यातायात सुगम होगा। यह रैंप जेपी गंगापथ को नदी की दिशा से सीधे जोड़ेगा, जिससे सुरक्षा और सुविधा दोनों सुनिश्चित होंगी।
भविष्य की योजनाओं पर भी हुई चर्चा
मुख्यमंत्री ने यह भी संकेत दिया कि महात्मा गांधी सेतु के समानांतर प्रस्तावित नए फोरलेन पुल को जेपी गंगापथ से जोड़ने की योजना पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। उन्होंने अभियंताओं को इस संबंध में विस्तृत अध्ययन कर ठोस योजना बनाने का निर्देश दिया है।
दीदारगंज तक गंगापथ का कार्य पूरा हो चुका है और अब इसे नए छह लेन पुल से जोड़ने के कार्य को तेज़ी से आगे बढ़ाया जा रहा है।