लैला ब्रांड ने बिहार एवम झारखंड पुलिस के नाक में दम कर रखा हैं, एक साथ चार थानों में 15 केस दर्ज

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR DESK- बिहार में शराबबंदी के बाद से ही पुलिस के नाक में दम कर रही हैं सक्रिय लैला ब्रांड ने अब बिहार और झारखंड की पुलिस को परेशान कर दिया है। इस ब्रांड से जुड़े तस्‍करों के खिलाफ हाल के दिनों में 15 से ज्‍यादा केस दर्ज किए जा चुके हैं।

राज्य में शराबबंदी पर काम कर रही जिले की पुलिस को इन दिनों लैला ब्रांड ( देसी शराब ) ने नाकोदम कर दिया है। एकाएक 15 से अधिक इससे जुड़े केस होने पर जब जिला प्रशासन एक्टिव हुआ तो पता चला कि लैला शराब बिक्री के लिए 50 से अधिक तस्कर तैयार हो गए हैं।

इसके बाद डीएम सुहर्ष भगत एवं अरविंद कुमार गुप्ता ने झारखंड राज्य के गोड्डा एवं दुमका प्रशासन के साथ बैठक कर इसके तिलस्म को तोडऩे की रणनीति बनाई है। इसके तहत दोनों राज्य के प्रशासनिक पदाधिकारियों ने संयुक्त रुप से बैठक कर ठोस रणनीति तैयार किया है। रजौन में लैला ब्रांड शराब के साथ पकड़ाये तस्कर ने पुलिस को इस तिलस्म का पूरा हाल सुनाया है।

किस तरह से शराब की आपूर्ति होती है और यह शराब कहा-कहा पहुंचती है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस खेल में लगभग 50 से अधिक तस्करों की जमात तैयार है। जानकारी के अनुसार लैला ब्रांड के साथ पकड़ाए गए तस्करों के खिलाफ रजौन, पंजवारा, चांदन, बौंसी, बाराहाट सहित विभिन्न थानों में 15 केस दर्ज है। जिसमें एक हजार लीटर से अधिक की शराब जब्त हुई है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार झारखंड राज्य के दुमका जिले में इस ब्रांड की फैक्ट्री लगी है। उत्पाद विभाग के मानकों में 4.8 लीटर से अधिक शराब किसी के पास रहने पर उनके खिलाफ शराब अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। खासकर झारखंड राज्य से विदेशी शराब की खेफ तो रोज पकड़ी जा रही है। पर लैला ब्रांड की कीमत कम रहने से छोटे-छोटे आय वाले व्यक्ति भी इसके मुरीद होते जा रहे हैं।

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