NEWSPR डेस्क। पूर्णिया के सरसी में कल देर शाम पूर्व जिला परिषद सदस्य विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह की अपराधियो ने गोली मारकर हत्या कर दी। सरसी थाना के आगे स्टेट बैंक के पास वह चाय दुकान पर चाय पी रहे थे। तभी अपराधियो ने नजदीक से सर में सटाकर गोली मार दी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
सबसे हैरत की बात यह है कि एक सप्ताह पहले 3 नवंबर को ही उनपर गोली चली थी। जिसको लेकर उन्होंने सरसी थाना में अपराधी आशीष सिंह उर्फ अटिया के खिलाफ आवेदन दिया था, जिसका थाना कांड संख्या 146/2021 दर्ज है इस घटना के बाद भी पुलिस ने कोई सबक नही लिया और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
बता दें कि विश्वजीत सिंह के परिजनों की मानें तो उनके बेटे को बिहार सरकार के मंत्री लेसी सिंह द्वारा मरवा दिया गया है। लेसी सिंह को डर था की आगामी विधान सभा में उन को विश्वजीत से टक्कर मिल सकती हैं। हलांकि अब ये जांच का विषय बन चुका हैं की इस केस के पीछे किनका हाथ हैं इस सुशासन बाबू के राज में बिहार के हर क्षेत्र में आतंक फैला हुआ हैं ये कथन सत्य साबित होता नज़र आ रहा हैं।
वहीं जब थाने के सामने ही जब पूर्व जिला परिषद चाय पी रहे थे तो अपराधी आराम से उन्हें गोली मार चलता बना।जिसको लेकर लोगो मे आक्रोश है। इस घटना के बाद एकबार फिर सरसी में गैंगवार छिड़ने की संभावना जताई जा रही है। मालूम हो कि अभी कुछ दिन पूर्व हुए पंचायत चुनाव में विश्वजीत सिंह की पत्नी अनुलिका सिंह जिला परिषद पद से 7 हजार मतो से जीत दर्ज की और अगले विधान सभा में विधायक पद से लड़ने की उम्मीद बन रही थी।
इसके विरोध में शनिवार को उनके परिजनों और समर्थकों ने सरसी चौक पर सड़क जाम कर बबाल काटा। जाम समर्थकों ने थाना में भी तोड़-फोड़ किया। एसपी दयाशंकर ने सरसी पहुंचकर जाम को समाप्त कराया और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजवाया। एसपी ने माना कि थानाध्यक्ष द्वारा मामले में लापरवाही बरती गई है और उन्हें निलंबित कर दिया गया है। हत्या के मामले में सूबे की काबीना मंत्री लेसी सिंह पर आरोप लगने के बाबत एसपी ने कहा कि मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पूर्णिया संवाददाता पारस सोना