भागलपुर, बिहार: राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के भागलपुर जिला अध्यक्ष चंद्रेश्वर प्रसाद यादव एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उनके तीसरी बार जिला अध्यक्ष बनने के महज तीन दिन बाद ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वे एक कार्यक्रम के दौरान गिलास में कुछ पीते हुए नज़र आ रहे हैं दावा किया जा रहा है कि उस गिलास में शराब थी। हालांकि, यादव ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि वह सिर्फ पानी पी रहे थे.
इस वीडियो ने न सिर्फ स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है, बल्कि विपक्ष को भी हमले का मौका दे दिया है भाजपा नेता दिलीप जायसवाल ने सबसे तीखी प्रतिक्रिया देते हुए प्रशासन से तत्काल चंद्रेश्वर यादव की गिरफ्तारी की मांग की है दिलीप जायसवाल का बड़ा बयान भागलपुर पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप जायसवाल ने प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, “आज यह बिल्कुल साफ हो गया है कि शराबबंदी कानून का सबसे बड़ा मजाक राजद के नेता ही उड़ा रहे हैं।
यह मनमानी लालू परिवार से ही चली आ रही है और अब चंद्रेश्वर यादव ने इसे पूरी तरह शर्मसार कर दिया है। मैं प्रशासन से मांग करता हूं कि उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए। मैं खुद अभी अधिकारियों को फोन कर रहा हूं जायसवाल ने कहा कि जब बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, तो फिर एक जिम्मेदार राजनीतिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा इस तरह सार्वजनिक रूप से शराब का सेवन किया जाना गंभीर अपराध है उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार इस मामले में कार्रवाई नहीं करती है, तो यह साफ संकेत होगा कि कानून सिर्फ आम जनता के लिए है, नेताओं के लिए नहीं वीडियो में क्या दिखता है वायरल वीडियो करीब 23 सेकेंड लंबा है, जिसमें चंद्रेश्वर यादव एक दावतनुमा कार्यक्रम में गिलास हाथ में लिए बैठे हैं ऐसा प्रतीत होता है कि वे गिलास में मौजूद तरल को छलका रहे हैं, जो रंग-रूप से शराब जैसा लगता है वीडियो में एक आवाज़ भी सुनाई देती है जिसमें यादव कहते हैं, “इसे खत्म कीजिए, सारे सामानों को हटाना भी है इससे यह आभास होता है कि वे कार्यक्रम समेटने की बात कर रहे हैं चंद्रेश्वर यादव का बचाव इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए चंद्रेश्वर यादव ने कहा,”यह सिर्फ पानी था, शराब नहीं वीडियो को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है मेरी छवि खराब करने की साजिश की जा रही है उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं और उनके खिलाफ फैलाए जा रहे इस भ्रम को जनता जल्द समझेगी फिलहाल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक दबाव लगातार बढ़ रहा है विपक्ष जहां इस वीडियो को लेकर आक्रामक रुख अपनाए हुए है, वहीं राजद नेतृत्व भी असहज स्थिति में दिख रहा है.
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी की प्रभावशीलता और उसकी निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं अगर यह वीडियो सही साबित होता है, तो यह केवल एक व्यक्ति का मामला नहीं रहेगा, बल्कि पूरे शासन-प्रशासन पर एक सवाल बन जाएगा चंद्रेश्वर यादव का यह वीडियो केवल एक व्यक्तिगत विवाद नहीं बल्कि बिहार की शराबबंदी नीति पर सीधा हमला बन चुका है विपक्ष की मांग पर अब यह देखना होगा कि प्रशासन किस तेजी से कार्रवाई करता है, या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह राजनीति की भेंट चढ़ जाएगा