मधुबनी में पत्रकार अविनाश झा की हत्या मामले में महिला सहित 5 लोग गिरफ्तार, SP के बयान के बाद लोगों में भड़का आक्रोश, जानें हत्या के पीछे का कारण

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। बिहार के मधुबनी जिले में पत्रकार अविनाश झा की हत्या मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने एक महिला सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि चार दिनों से लापता बेनीपट्टी के पत्रकार बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा का बोरी में बंधा अधजला शव मिला था। पुलिस ने शुक्रवार देर रात बेनीपट्टी-पुपरी मुख्य पथ एसएच 52 के बगल में उड़ैन गांव के पास से शव बरामद किया। अविनाश सोशल मीडिया पर खबरों का चैनल चलाते थे। साथ ही वे नवजातों की थेरेपी का क्लीनिक भी चलाते थे।परिजनों का आरोप है कि अविनाश बेनीपटट्टी के कई फर्जी नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई के लिए कागजी प्रक्रिया कर रहे थे, इसलिए उनकी हत्या की गई है। जबकि एसपी ने एक टीवी चैनल पर कहा था कि हत्या का तार प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है।

SP के बयान के बाद लोगों में भड़का आक्रोश : घटना के प्रति पनप रहे आक्रोश के बीच मधुबनी एसपी सत्यप्रकाश के हवाले से मीडिया में अविनाश की हत्या प्रेम प्रंसग में होने के बयान आने के बाद लोगों का आक्रोश भड़क गया। एसपी सत्यप्रकाश के बेतुका बयान के खिलाफ आक्रोश में घटना के प्रतिकार के लिये बेनीपट्टी बाजार बंद रहा साथ ही बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश के अपहरण बाद हत्या के खिलाफ सर्वदलीय संघर्ष समिति के नेतृत्व में प्रतिकार मार्च किया गया। मार्च में लोगों ने फर्जी क्लीनिक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अविनाश को न्याय दो, फर्जी क्लीनिक को बंद करो… मधुबनी एसपी होश में आओ.. के जमकर नारे लगे। जिसके बाद लोहिया चौक को चारों तरफ से घेर कर जाम कर दिया गया। घंटो जाम के कारण सड़क पर वाहनों की कतार लग गई। जाम से प्रशासन पर बढ़ते दवाब के बीच बेनीपट्टी एसडीओ अशोक मंडल, थानाध्यक्ष अरविंद कुमार दल बल के साथ लोहिया चौक पर पहुंचे जहां वार्ता कर अविनाश के न्याय के लिए सर्वदलीय संघर्ष समिति ने बेनीपट्टी एसडीओ को अपना मांग पत्र सौंपा। जिसमें 72 घन्टे के भीतर अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग, अविनाश की आदमकद प्रतिमा लगाने, सभी फर्जी चिन्हित नर्सिंग होम को सील किये जाने, व वर्तमान में संचालित सभी निजी क्लीनिक की जांच करने, पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने सहित 7 सूत्री मांगों को सौंपा गया। जिसमें सर्वदलीय संघर्ष समिति ने प्रशासन को 72 घन्टे के अंदर तमाम मांग पर चेतावनी देते हुए समय रहते अमल करने की मांग की है। सर्वदलीय कमिटी में बीजेपी एमएलसी घनश्याम ठाकुर, सीपीआई के जिला मंत्री मिथिलेश झा, आनंद कुमार झा, कांग्रेस से विजय कुमार मिश्र, बीजेपी से भवानंद झा, योगीनाथ मिश्र, मिथिला स्टूडेंट यूनियन के बिदेश्वर नाथ झा शामिल थे।

हत्या की ये हो सकती है वजह : जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले अविनाश झा ने दर्जनों फर्जी नर्सिंग होम पर परिवार व आरटीआई के माध्यम से लाखों का जुर्माना व कितनों को बंद करवा चुका है। इस दौरान उसे लगातार धमकी भी मिली थी, व कई बार लाखों का प्रलोभन मिला जिसको उसनें कभी स्वीकार नहीं किया।अविनाश के आरटीआई एक्टिविस्ट व परिवाद दायर करने की निरंतरता के पीछे की वजह यह है कि अविनाश ने 2019 वर्ष में बेनीपट्टी के कटैया रोड में जयश्री हेल्थ केयर के नाम से अपना नर्सिंग होम खोला था, जिसमें वह बाहर से चिकित्सकों को बुलाकर वह मरीजों का इलाज करवाता था। इस बीच प्रतिद्वंद्वी कुछ चिकित्सकों ने उसके नर्सिंग होम पर साजिशन हंगामा करवा दिया जिससे आहत होकर उसनें क्लीनिक बंद कर दिया और ठाना कि अब इलाके में कोई कहीं मेडिकल लाइन में गलत नहीं कर पायेगा, और वह आरटीआई परिवाद करना शुरू कर दिया। साथ ही अविनाश झा फिर से बेनीपट्टी के फर्जी नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर कागजी कार्रवाई कर रहा था। जिसको लेकर उसनें 7 नवम्बर को अपने फेसबुक स्टोरी पर उक्त तमाम क्लीनिक के नाम सहित खेला होबे का गाना के साथ लिखा कि, 15 नवम्बर से खेला होबे। इसी बीच 9 नवम्बर की रात उसे गायब कर दिया गया। अविनाश के फेसबुक स्टोरी भी इस घटना के पीछे का कारण होने की आशंका है।

 

 

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