बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र मुंगेर में हथियार तस्करी के खिलाफ एसटीएफ और पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मिर्जापुर मोहल्ले में छापेमारी के दौरान कुछ हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से एक देसी पिस्टल, 50 जिंदा कारतूस, 32,000 रुपये नकद और एक स्कॉर्पियो वाहन जब्त किया गया।
गिरफ्तार हथियार तस्करों में से एक झारखंड के जमशेदपुर का रहने वाला है, जबकि तीन अन्य मुंगेर जिले के धरहरा क्षेत्र के निवासी हैं। बताया गया कि ये मुंगेर से हथियार खरीदकर झारखंड ले जा रहे थे।
पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सूचना मिली थी कि पुरानीगंज निवासी अशोक साह के पुत्र राजु कुमार अपने सहयोगियों के साथ हथियार और कारतूस की खरीद-बिक्री कर रहा है। इसके बाद एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम गठित की गई, जिसमें कासिम बाजार थाना अध्यक्ष रूबीकांत कच्छप समेत कई जवान शामिल थे।
टीम जब मिर्जापुर पहुंची, तो एक काले रंग की स्कॉर्पियो के पास दो लोग खड़े थे और वाहन में कुछ लोग बैठे थे। पुलिस ने स्कॉर्पियो को घेरते ही वाहन में बैठे चार लोगों को गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान एक युवक की कमर से पिस्टल और वाहन के डैशबोर्ड से 50 जिंदा कारतूस बरामद किए गए, साथ ही 32,480 रुपये भी जब्त किए गए।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
- आकाश नामता, झारखंड के जमशेदपुर का निवासी
- गौरव कुमार उर्फ राजा सिंह, धरहरा का निवासी
- रामलखन सिंह उर्फ पत्थर सिंह
- राजु कुमार, पुरानीगंज का निवासी
एसपी ने बताया कि आकाश और गौरव हथियार खरीदने आए थे, जबकि रामलखन लाइनर था और राजु व दो अन्य सप्लायर थे। दो सप्लायर भागने में सफल हो गए हैं, जिनकी पहचान हो चुकी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
पुलिस ने कासिम बाजार थाना में इस मामले में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि हथियार और कारतूस की डील 30 हजार रुपये में हुई थी। गौरव कुमार के पिता पूर्व बीएसएफ अधिकारी हैं और सेवानिवृत्ति के बाद जमशेदपुर मानगो में बस गए थे। आकाश नामता उनका दोस्त है, जो हथियार खरीदने के लिए उनके साथ मुंगेर आया था।