NEWSPR डेस्क। बिहार राज्य के अंतर्गत पड़ने वाले कैमूर जिला अपने खूबसूरत स्थलों के लिए भारत में मशहूर है। कैमूर जिला में कुछ ऐसी जगह है जहां पर पहुंच कर लोग अपने शिकवा और शिकायत को कुछ देर के लिए भूल जाते हैं। कैमूर जिले के उन जगहों पर पहुंचकर लोग एक अलग ही सुकून महसूस करते हैं। आइए हम जानते हैं कैमूर जिले में कौन-कौन ऐसी जगह हैं। जहां इस बार नए साल पर पिकनिक मना कर वह पल को यादगार बना सकते हैं।
दुर्गावती जलाशय परियोजना
कैमूर जिला में प्राकृतिक के वादियों में बसा दुर्गावती जलाशय परियोजना है। दुर्गावती जलाशय परियोजना तीन तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है। यह परियोजना कैमूर और रोहतास जिले के बॉर्डर पर बनाया गया है। इस परियोजना की खास बात यह है कि कि यहां पर वोटिंग की सुविधा शुरू कर दी गई है। हर दिन लोग दुर्गावती जलाशय परियोजना पर पहुंचकर नौका विहार का आनंद ले रहे हैं। नौका विहार को लेकर वन विभाग भी पूरी तरह से तैयार है। दुर्गावती जलाशय में नौका विहार करने वाले लोगों को बखूबी वन विभाग द्वारा सारी सुविधाओं के साथ नौका विहार कराया जा रहा है। इस बार नए साल पर दुर्गावती जलाशय परियोजना का नौका विहार पिकनिक मनाने वाले लोगों के लिए अहम बन चुका है। लोगों की पहली पसंद अब पिकनिक मनाने के लिए दुर्गावती जलाशय परियोजना नजर आ रहा है। दुर्गावती जलाशय परियोजना सिर्फ मौका बिहार के लिए के लिए ही नहीं बल्कि डैम के लिए भी मशहूर है।
करकतगढ़ जलप्रपात
कैमूर जिला के चैनपुर प्रखंड के पहाड़ियों पर स्थित जलप्रपात में बेशुमार जलप्रपात करकतगढ़ भी है। करकतगढ़ मगरमच्छों का बसेरा कहा जाता है। करकतगढ़ को सरकार द्वारा बखूबी पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए यहां पर कई तरह के कार्य कराए जा रहे हैं। सरकार द्वारा करकतगढ़ जलप्रपात पर इको पार्क बनाया गया है। इको पार्क में बखूबी प्राकृतिक चीजों का उपयोग किया गया है। करकतगढ़ जलप्रपात अपनी खूबसूरती से लोगों को आकर्षित करता रहता है। कुंड में गिरने वाला पानी को देख वहां पहुंचने वाले लोग एक अलग ही सुकून महसूस करते हैं। नए साल पर लोगों को करकतगढ़ जलप्रपात पर पहुंचने की असीम संभावना है।
तेलहार कुंड जलप्रपात
करकतगढ़ जलप्रपात के अलावा आप यहां के तेलहार कुंड की सैर का आनंद ले सकते हैं। यह एक जलप्रपात है, जो कैमूर जिले के भभुआ- अधौरा मार्ग पर स्थित है। यह जलप्रपात यहां के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। खासकर मॉनसून के दौरान यहां की खूबसूरत देखने लायक होती है। यहां का आसपास का प्राकृतिक माहौल सैलानियों का काफी ज्यादा प्रभावित करता है। तेलहार कुंड दुर्गावती नदी के काफी निकट स्थित है। इस जलप्रपात के पास एक मां मुंडेश्वरी का एक पुराना मंदिर भी स्थित है।
जगदहवा डैम
जहां तक नजर जाए बस जल एवं हरियाली ही हरियाली, पहाड़ और खूबसूरत प्राकृतिक नजारे. पक्षियों की चहचाहट, हवा से हिलते पेड़ों के पत्तों की सरसराहट के बिच जब आप वहां भ्रमण करते है तो एक नैसर्गिक सुकून का अहसास होता है। हम बात कर रहे हैं कैमूर जिले के जगदहवा डैम की। जगदहवा डैम एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट भी है। जो भभुआ शहर से करीब 20 किमी दूर चैनपुर थाना क्षेत्र में है।
मुंडेश्वरी मंदिर
पहाड़ की चढ़ाई, जंगल की सैर, प्राचीन स्मारक का भ्रमण और मां भवानी के दर्शन. यह सारे सुख एक साथ मिलते हैं माँ मुंडेश्वरी धाम की यात्रा में. शायद यही कारण है कि पहाड़ के ऊपर बने इस इस सुंदर मंदिर में जो एक बार आता है, वह बार-बार आना चाहता है. कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड में मौजूद यह प्राचीन मंदिर ही नहीं, तीर्थाटन व पर्यटन का जीवंत केन्द्र भी है. यह देश के सर्वाधिक प्राचीन व सुंदर मंदिरों में एक है. इसके अलावा यहां पिकनिक मनाने आने वाले लोग समय-समय पर आते जाते रहते हैं. नए वर्ष के पहले दिन यहाँ लोग आकर नए साल की शुरुआत करते है।