NEWSPR डेस्क। राजधानी में अब मैनहोल और चैम्बरों की सफाई रोबोट करेगी। इससे सफाई कर्मचारियों को मैनहोल में उतरने से राहत मिलेगी। मेयर सीता साहू व नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने मंगलवार को बैंडीकूट मशीन का उद्घाटन किया। इसके माध्यम से प्रतिदिन 8 से 10 मैनहोल की सफाई कराई जा सकेगी। इसके संचालन के लिए दो कर्मियों की ही जरूरत होगी।
जंगरोधक कार्बन फाइबर से बनी यह मशीन वाटरप्रूफ है। मशीन में लगे सेंसर के माध्यम से मैनहोल की सफाई के दौरान निकलने वाली जहरीली गैस के उत्सर्जन की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। सीमित स्तर से ज्यादा गैस रिसाव होने पर मशीन की ओर से सुरक्षा वार्निंग दी जाएगी, ताकि उसका संचालन कर रहे कर्मी सुरक्षा संबंधी सावधानियां बरत सकें।
मेयर ने कहा कि इससे हमारे सफाईकर्मियों के स्वास्थ्य व निगम की उत्पादकता में भी वृद्धि होगी। बैंडीकूट वी2.0 रोबोटिक मशीन है, जिसका मॉनिटर व कंट्रोल पैनलयुक्त सिरा मैनहोल के ऊपर रहता है, वहीं दूसरा सिरा मैनहोल के अंदर तक जाकर गटर की गहराई से सफाई करता है। एचडी डिसप्ले मॉनिटर के माध्यम से नाले के सफाई कार्य और मशीन के आर्म्स की लोकेशन देखी जा सकती है। कंट्रोल पैनल के माध्यम से मशीन का सुगम संचालन किया जाता है।
गाद को बाहर निकालने के लिए मशीन के दूसरे सिरे में चार आर्म्स लगे हैं। नाले के अंदर सफाई कार्य का जायजा लेने के लिए सभी आर्म्स आईपी 68 वाटरप्रूफ कैमरे से लैस हैं। बैंडीकूट मशीन की मदद से गटर की गंदगी पर मैकेनिकल स्ट्राइक संभव है। मशीनी सफाई से निर्धारित समय अवधि में नालों की गहरी सफाई संभव है। इस काम में कम कर्मियों की जरूरत हाेगी। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने कॉरपोरेट रिस्पॉन्सबिलिटी के अंतर्गत निगम को यह मशीन उपलब्ध कराई है।
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…