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भगवानपुर के स्वास्थय केंद्रों पर उपलब्ध नहीं दवा, इलाज के लिए लोग परेशान

दवा काउंटर पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों की मानें तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 55 तरह की दवा उपलब्ध रहती थी। जिसमें अभी केवल 34 तरह की दवा उपलब्ध है और जो दवा उपलब्ध है वही मरीजों को दी जा रही है।

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NEWSPR डेस्क। बिहार की स्वास्थय व्यवस्था पर लगातार ही सवाल उठते रहते हैं। यही हाल भगवानपुर के बाबू शिवगोविंद प्रसाद मेमोरियल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी है। यहां की स्वास्थय व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है। वहीं स्वास्थ्य व्यवस्था के चरमराने से स्वास्थ्य कर्मियों में काफी उदासीनता देखने को मिल रही।

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दवा काउंटर पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों की मानें तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 55 तरह की दवा उपलब्ध रहती थी। जिसमें अभी केवल 34 तरह की दवा उपलब्ध है और जो दवा उपलब्ध है वही मरीजों को दी जा रही है। आजकल गांव में टाइफाइड मलेरिया जैसे रोग का इलाज करवाने मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। लेकिन उन्हें प्रयाप्त दवा नहीं मिल पा रही है। बता दें कि भगवानपुर प्रखंड में 9 पंचायतें हैं। ग्रामीण इलाके व पहाड़ी इलाके से मरीज अस्पताल में आते हैं। यहां उन्हें 34 दवा में ही सभी रोग का डॉक्टर द्वारा इलाज किया जा रहा है।

वहीं स्वास्थय व्यवस्था को लेकर भगवानपुर के लोगों ने डीएम नवदीप शुक्ला व सीएस से भगवानपुर सीएचसी की व्यवस्था को सही करवाने की मांग की है। बिहार के लगभग सरकारी अस्पतालों की ये ही हालत है। लोगों को इलाज के लिए दवाएं नहीं उबलब्ध हो पा रही हैं। लोगों को दवा के लिए बार बार अस्पताल दौड़ना पर रहा है। बिहार में पहले भी मुफ्त में मिलने वाली दवाइयों की गुणवत्‍ता को लेकर सवाल उठ चुके हैं लेकिन, अफसरों ने कभी जांच कराने की जहमत नहीं उठाई है।

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