जिंदगी में परिस्थितियाँ चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, अगर इरादा मजबूत हो तो हर मंजिल हासिल की जा सकती है। ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी है उत्तर प्रदेश के पीलीभीत की रहने वाली मोक्षदा तिवारी की, जिन्होंने कठिन समय में भी हिम्मत नहीं हारी और आज केंद्रीय मंत्रालय में अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं।
मोक्षदा तिवारी: उत्तर प्रदेश की होनहार बेटी
मोक्षदा तिवारी पीलीभीत की निवासी हैं। वर्तमान में वह केंद्र सरकार के मंत्रालय में अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। सोशल मीडिया पर मोक्षदा काफी सक्रिय हैं और अक्सर छात्रों को पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी से जुड़े टिप्स साझा करती रहती हैं।
बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल
मोक्षदा ने अपनी स्कूली शिक्षा पीलीभीत से पूरी की। उन्होंने कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षा में 10 CGPA हासिल किया और स्कूल टॉपर बनीं। उनके मन में हमेशा से ही सपना था कि पढ़ाई के दम पर कुछ बड़ा हासिल करें और परिवार का नाम रोशन करें।
स्कूल के बाद मोक्षदा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का निर्णय लिया और नोएडा की गलगोटिया यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। कॉलेज के दौरान ही उनका रुझान सरकारी नौकरी की ओर बढ़ गया। उन्होंने ठान लिया कि वे सिविल सर्विस या केंद्रीय मंत्रालय में काम करेंगी।
पिता के एक्सीडेंट ने बदल दी जिंदगी
इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद मोक्षदा ने SSC CGL परीक्षा की तैयारी शुरू की। शुरुआत में उन्होंने कोचिंग जॉइन की, लेकिन बाद में घर लौटकर ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की। इसी बीच उनका जीवन बड़ा झटका सहा—SSC CGL Tier 1 परीक्षा से ठीक पहले उनके पिता का एक्सीडेंट हो गया।
पूरा परिवार अस्पताल में था, लेकिन मोक्षदा ने हार नहीं मानी। उन्होंने हॉस्पिटल में रहकर पिता की देखभाल की और वहीं से पढ़ाई जारी रखी।
असफलता से सफलता की ओर
पहली बार SSC CGL परीक्षा में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। अपनी कमजोरियों पर काम किया और लगातार मेहनत की।
अंततः SSC CGL 2019 में मोक्षदा ने रैंक 211 हासिल की और ASO (Assistant Section Officer) पद पर चयनित हुईं। आज वह केंद्रीय मंत्रालय में अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं और सोशल मीडिया के जरिए अपनी सफलता की कहानी से अन्य छात्रों को प्रेरित कर रही हैं।