NEWSPR डेस्क। जहानाबाद सिविल सर्जन कार्यालय अपने कारनामों से बाज नहीं आ रहा है। यहां मेडिकल प्रमाण पत्र देने के लिए पैसे की वसूली की जा रही है। बता दें कि 23 फरवरी को जहानाबाद जिले में 623 शिक्षक का नियोजन हुआ है। गाइडलाइन के अनुसार सभी शिक्षक को मेडिकल प्रमाण पत्र बनाकर विद्यालय में योगदान करना है। इसके लिए सुबह से ही शिक्षक सिविल सर्जन कार्यालय में मेडिकल बनाने के लिए पहुंच गए, लेकिन सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारियों ने शिक्षक से मेडिकल बनाने के नाम पर पैसा वसूलना शुरू कर दिया।
शिक्षक मुन्नू कुमार ने बताया कि जब मैं मेडिकल बनाने के लिए सिविल सर्जन कार्यालय में पदस्थापित कर्मचारी को कहा मेरा मेडिकल बनाया जाए, तो उन्होंने कहा कि जब तक ₹600 नहीं देंगे तब तक आपका मेडिकल नहीं बनाया जाएगा। मेडिकल के नाम पर पैसे की उगाही की जा रही है लगता है कि छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े पदाधिकारी के मिलीभगत से पैसे उगाही का खेल किया जा रहा है। वहीं शिक्षक निशि कुमारी ने बताया कि सिविल सर्जन ऑफिस के कर्मचारी ने मुझसे ₹600 की मांग की कहा कि जब तक पैसा नहीं दोगे मेडिकल नहीं बनेगा। मैंने मेडिकल बनाने के लिए पैसा दिया। एक तरफ सरकार भ्रष्टाचार मुक्त की बात करती है वहीं खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा है। लगता है कि सरकारी कर्मी घूस लेना अपना अधिकार समझ बैठे हैं। तभी तो एक साथ 623 लोगों से पैसा वसूला जा रहा है। इसमें छोटे से बड़े पदाधिकारी के मिलीभगत से सिविल सर्जन ऑफिस में यह कारनामा किया जा रहा है।
इस बाबत डीएम से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। अगर पैसा का खेल सिविल सर्जन ऑफिस में खेला जा रहा है तो इसकी जांच कराई जाएगी। जो लोग भी इसमें दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई किया जाएगा। सिविल सर्जन ऑफिस में शिक्षकों से 2 घंटे में लगभग तीन लाख रुपए अवैध वसूली किया गया है। इस बात से शिक्षकों में काफी रोष है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अवैध वसूली किया जा रहा है इससे सरकार एवं जिला प्रशासन की फजीहत हो रही है।
जहानाबाद से गौरव की रिपोर्ट