NEWSPR डेस्क। कुख्यात रवि गोप को बेल मिलने से पुलिस प्रशासन सकते में है. वरीय अधिकारी समीक्षा कर रहे हैं. पूरा मामला बहुत कम लोग ही जानते हैं कि रवि को बेल कैसे मिली. तो चलिए हम आपको बताते हैं, दरअसल रवि गोप के खिलाफ कंप्लेन करने वाला शख्स ही अपना कंप्लेन वापस ले लिया.
न्यायालय के समक्ष उस शख्स ने साफ इंकार कर दिया कि रवि गोप ने उसको किसी प्रकार से प्रताड़ित किया है. अब ऐसे में पुलिस की कार्यशैली संदेह के घेरे में है. पुलिस समय रहते प्रोडक्शन वारंट पेश कर देती, तो आज रवि बाहर नहीं अंदर ही होता. लेकिन पुलिस की ओर से भारी चूक हुई है. रवि गोप पर कई ऐसे संगीन आरोप पहले हैं. जिनमें बेल मिलना मुश्किल है.
सोई रही पटना पुलिस –
जिस कुख्यात आरोपी को पकड़कर पटना पुलिस खुश थी. उसी रवि गोप और उसके सहयोगियों ने बेल की प्रक्रिया को कानो कान किसी को भनक तक नहीं लगने दी. यहां तक कि सरकारी वकील भी कुछ नहीं कर पाए. शातिराना ढंग से प्रोडक्शन वारंट जारी होने से पहले ही महज 24 घण्टे के अंदर बेल की प्रक्रिया को पूरी कर ली गई. लगभग 48 घण्टे होते-होते रवि बाहर आ गया. NEWSPR के द्वारा खबर ब्रेक किए जाने के बाद मीडिया जगत में भी खलबली मच गई. हर जगह ब्रेकिंग खबरें चलने लगीं.
अरेस्ट करने की हो रही है तैयारी –
NEWSPR खबर चलने के बाद पटना पुलिस एकबार फिर एक्शन में है. पुराने मामलों में रवि गोप को फिर से अरेस्ट करने की तैयारी की जा रही है. इस बार उन तमाम ठोस सबूतों को इकट्ठा किया जा रहा है, ताकि रवि को इतनी आसानी से बेल नहीं मिल सके. अब सवाल यह उठता है की ”अब पचतायत होत क्या, जब चिड़ियाँ चुग गई खेत” खैर ये कोई नई बात नहीं है की पुलिस कि लापरवाही कोई बड़ी बात नहीं है.
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…