NEWSPR डेस्क। मुजफ्फरपुर का आंखफोड़वा कांड मोतिहारी भी पहुंच गया। यहां के आधा दर्जन से अधिक लोग इस अस्पताल का शिकार होकर आज अपना सबकुछ गवा चुके हैं। आज उनकी आंखे अंधी हो चुकी है व उनका परिवार तबाह हो चुका है। तस्वीरें गवाह है कि कैसे इस जिले के कई महिलाओ व पुरुषों ने ऑपरेशन करवाकर अपनी आंखें खो दी है।
चकिया प्रखंड के पिपरा के चकनिया गांव के रहने वाले दोनों पीड़ित व्यक्ति ही इस कांड में अंधे नही हुए हैं। बल्कि इस कांड में जिले के 16 लोग हैं, जिन्होंने अपनी सबसे बहुमूल्य चीज यानी आंखों की रोशनी गवाई है। सूचना के मुताबिक जिले के फेनहारा के पन्ना देवी ,,सुगौली की मोबासरा खातून, का जहां आपरेशन के बाद आंख निकालना पड़ा। वहीं पिपरा के चकनिया गाँव के कलावती देवी व महेश सहनी, संग्रामपुर की सुबशनी कुंवर, पकड़ीदयाल के डुबरबाना क्रम अवध शर्मा अंधे हो गए हैं। जबकि कई लोग आंखों में जलन व अन्य परेशानियों से जूझ रहे हैं।
हाथो में लाठी व आंखों पर काला चश्मा लागये इस व्यक्ति व औरत ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वे जिस डॉक्टर व अस्पताल को भगवान मानकर अपनी आंखों की रोशनी वापस लाने के लिए जिसकी शरण मे जा रहा है वो भगवान के रूप में एक शैतान है। बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में लापरवाही व चंद पैसो के लालची डॉक्टरों ने गलत आपरेशन करके उन्हें अंधा बना दिया है।
मोतिहारी से धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट