नवादा के कई गांव में डायरिया का प्रकोप, बौढ़ी कला में 2 लोगों की मौत, ब्लीचिंग पाउडर ORS पाउडर और दवाइयों का किया गया वितरण

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। रजौली प्रखण्ड के बौढ़ी कला, भौर एवं परसा समेत कई गांवों में डायरिया का प्रकोप बीते दस दिनों से बढ़ता जा रहा है। सिरोडवार के बौढ़ी कला गांव में बीते सात दिनों में दो लोगों की मौत डायरिया से हो चुकी है। जिनमें एक महिला एवं एक बच्चा शामिल है। वार्ड संख्या 12 के वार्ड सदस्य देवनन्दन राजवंशी ने बताया कि बीते दस दिनों से गांव के ही दो लोगों की मृत्यु डायरिया के कारण हो गई है।

डायरिया के प्रकोप से अरविंद यादव की पांच वर्षीय पुत्री सुनीता कुमारी की मृत्य सात दिन पूर्व व भीम राजवंशी की 48 वर्षीय पत्नी लक्षवा देवी की मृत्यु चार दिन पूर्व हो गई है। साथ ही गांव के लगभग आधा दर्जन से भी अधिक लोग डायरिया से ग्रसित हैं। जिसमें कुछ लोग डायरिया के प्रकोप में आकर ठीक हुए हैं। कुछ लोगों का इलाज घर पर ही निजी चिकित्सक डॉ जयेन्द्र शर्मा के देखरेख में हो रहा है। ग्रामीण सुनील प्रसाद यादव ने बताया कि गांव में बीते दो सप्ताह से उल्टी एवं दस्त की शिकायत से गांव के लोग परेशान हैं।

अस्पताल में भर्ती किये मरीजों की देखभाल अच्छे ढंग से नहीं की जाने की बात कही।वहीं स्व मुसाफिर राजवंशी की 60 वर्षीय पत्नी गिरिजा देवी व छोटे यादव की एक वर्षीय पुत्री का इलाज गांव में ही किया जा रहा है एवं बिपिन राजवंशी के पांच वर्षीय पुत्र बिपला कुमार शनिवार की रात्रि से अस्पताल में इलाजरत है।वहीं डायरिया से राहत हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रजौली से ब्लीचिंग पाउडर,ओआरएस घोल एवं आवश्यक दवाइयां दी गई है।

अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ राजीव कुमार ने बताया कि अस्पताल में डायरिया के प्रकोप से पीड़ित आने वाले मरीजों का इलाज सफलता पूर्वक किया जा रहा है।अस्पताल में डायरिया के प्रकोप से निपटने के लिए पर्याप्त साधन मौजूद हैं।बीते दिनों से अनुमण्डल क्षेत्र के कई गांवों से प्रतिदिन मरीज आ रहे हैं व पूर्णतः स्वस्थ्य होकर अपने घर वापस जा रहे हैं।सोमवार को भी तीन मरीज अस्पताल में भर्ती हैं।जिनमें तीन दिनों से ढाब निवासी रविंद्र प्रसाद की 6 वर्षीय पुत्री पिंकी कुमारी,चार दिनों से भौर गांव निवासी पप्पू मांझी के 5 पुत्री सलोनी कुमारी व बौढ़ी कला निवासी बिपिन राजवंशी के 5 वर्षीय पुत्र बिपला कुमार शामिल हैं।

वहीं पीएचसी प्रभारी डॉ बीएन चौधरी ने बताया कि बौढ़ी कला गांव का निरीक्षण सोमवार को किया गया।गांव पूर्णतः पहाड़ी क्षेत्र में अवस्थित है जिसके कारण वहां के चापाकल मात्र 40 फिट की गहराई पर गड़ा गया है।जिसके कारण चापाकल से निकलने वाले पानी मे बरसाती पानी का मिश्रण हो जाने से पानी दूषित हो जा रहा है।पीएचसी प्रभारी द्वारा ग्रामीणों को छिड़काव हेतु ब्लीचिंग पाउडर,पीड़ितों को ओआरएस व आवश्यक दवाइयां दिया गया है।साथ ही लोगों को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने व ताजा खाना के अलावे पानी को गर्म करके पीने का सुझाव दिया गया है।

नवादा से दिनेश कुमार की रिपोर्ट

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