NEWSPR डेस्क। देशभर में नए सैनिक स्कूल खोले जाएंगे। रक्षा मंत्रालय ने निजी स्कूलों के साथ सहभागिता में 21 सैनिक स्कूलों की स्थापना को मंजूरी दी है। ये स्कूल मई 2022 से शुरू होंगे। बिहार के समस्तीपुर, यूपी, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, दादर-नगर हवेली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, नागालैंड, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, में नए स्कूलों को मंजूरी दी गई है। सरकार ने बजट भाषण में निजी भागीदारी में कुल सौ सैनिक स्कूल खोलने का ऐलान किया था।
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत क्वालिटी एजुकेशन और सेना में शामिल होने सहित करियर के बेहतर अवसर छात्रों को उपलब्ध कराना इसका मकसद है। बता दें कि यह नए 21 सैनिक स्कूलों में छठी कक्षा से पढ़ाई शुरू होगा। फिलहाल देश में 33 सैनिक स्कूल संचालित हैं जिसकी संख्या और बढ़ा दी गयी है। अब 21 नए सैनिक स्कूलों को खोले जाने की घोषणा की गयी है। पढ़ाई की बेहतर क्वालिटी को देखते हुए रक्षा मंत्रालय ने 21 नए सैनिक स्कूल खोले जाने की मंजूरी भी दी है। सरकारी और प्राइवेट भागीदारी से नए सैनिक स्कूल खोले जाएंगे जिसके बाद 2022-23 सत्र की पढ़ाई शुरू की जाएगी।
वहीं बिहार के रोसड़ा के बटहा गांव स्थित सुंदरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल के रूप में तब्दील होगा। केंद्र सरकार ने इसे सैनिक स्कूल के रूप में बदलने का निर्णय लिया है। इसकी जानकारी मिलते ही रोसड़ा अनुमंडल के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गयी है। रोसड़ा के लोग इसे अपने लिए केंद्र सरकार का तोहफा मान रहे हैं। 12 एकड़ के विशाल भूखंड में फैले सुंदरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर की स्थापना 1998 में बटहा निवासी स्वर्गीय डॉ. रामस्वरूप महतो ने की थी।
स्थापना के बाद यह विद्यालय लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर रहा। स्कूल का कैंपस 12 एकड़ में फैला है। इस विशाल भूखंड में विद्यालय का विशाल भवन, आलीशान ऑडिटोरियम और छात्र-छात्राओं का रम्य छात्रावास भी है। प्रयोगशाला और पुस्तकालय भी है। पेड़-पौधों व फूलों से आच्छादित विद्यालय का विशाल परिसर प्रकृति के अनुपम छंटा बिखेरती नजर आती है। विद्यालय में फिलहाल करीब 1250 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। वहीं 40 शिक्षक व 75 शिक्षकेत्तर कर्मी सेवारत हैं। विद्यालय को सीबीएसई बोर्ड से प्लस टू तक की मान्यता मिली हुई है।