पटना, 20 जुलाई,बिहार में क्षेत्रीय हवाई संपर्क को मजबूती देने के लिए केंद्र सरकार की ‘उड़ान योजना’ के तहत एक अहम कदम उठाया गया है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के छह छोटे हवाई अड्डों – मधुबनी, सहरसा, बीरपुर (सुपौल), वाल्मिकीनगर (पश्चिम चंपारण), मुजफ्फरपुर और मुंगेर को उड़ानों से जोड़ने की तैयारी तेज हो गई है।इन रूटों पर विमान संचालन के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने स्प्रिट एयर एलएलपी को चयनित किया है और उसे लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) भी सौंप दिया गया है।
स्प्रिट एयर इन हवाई अड्डों को बिहटा (पटना के निकट) और वाराणसी से जोड़ने वाली 24 क्षेत्रीय उड़ानों का संचालन करेगी।इस पहल से सीमांचल, मिथिलांचल, तिरहुत और अंग क्षेत्र के लाखों लोगों को लाभ मिलेगा। उन्हें अब लंबी ट्रेन यात्राओं की झंझट से मुक्ति मिल सकेगी और वे सीधे फ्लाइट से अपने घर पहुंच सकेंगे। इससे न सिर्फ परिवहन व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि पर्यटन, व्यापार और सामाजिक गतिविधियों को भी नई रफ्तार मिलेगी।मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने इस ऐतिहासिक कदम पर खुशी जताते हुए कहा, “यह राज्य के लिए गर्व का विषय है कि छह छोटे हवाई अड्डों को एकसाथ पुनर्जीवित किया जा रहा है। इससे राज्य का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से बेहतर होगा और आम जनता को सस्ती एविएशन सेवाएं मिलेंगी।”
✈ प्रस्तावित हवाई मार्ग और सेवाएं (स्प्रिट एयर द्वारा संचालित):सभी रूटों पर 8 सीटों वाले विमानों से प्रति सप्ताह 64 सीटों की क्षमता रखी गई है।बिहटा, वाराणसी, मधुबनी, सहरसा, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, बीरपुर, वाल्मिकीनगर, रक्सौल, बोकारो, जमशेदपुर जैसे शहरों को आपस में जोड़ा जाएगा।
कुछ प्रमुख मार्ग इस प्रकार हैं:बिहटा ↔ मधुबनीबिहटा ↔ सहरसाबिहटा ↔ मुंगेरबिहटा ↔ मुजफ्फरपुरबिहटा ↔ बीरपुरवाराणसी ↔ वाल्मिकीनगरमुजफ्फरपुर ↔ वाराणसीबिहटा ↔ रक्सौलबिहटा ↔ जमशेदपुरवाराणसी ↔ रक्सौलइन उड़ानों की शुरुआत संबंधित हवाई अड्डों पर आवश्यक ढांचागत सुविधाएं जैसे एयर ट्रैफिक कंट्रोल, टर्मिनल बिल्डिंग और सुरक्षा व्यवस्था के पूर्ण होने के बाद की जाएगी। राज्य सरकार इस कार्य में पूर्ण सहयोग दे रही है ताकि जल्द से जल्द उड़ानों का संचालन शुरू हो सके।