NEWSPR DESK- आजादी के 77सालों बाद भी बुनियादी सुविधाओं के आभाव का दंश झेल रहा है मुंगेर का चम्पाचक और कठना गांव के लोग, सरकार ने इन दोनो गांव सड़के तो अच्छी बनवा दी परन्तु इन दोनो गांव को जोड़ने के लिए महानाय नदी पर पुल नही होने के कारण लोगो को जान जोखिम में डालकर नदी को पार करना पड़ता और जिला प्रशासन कुंभ करनी नींद सो रहा है।
मुंगेर जिला मुख्यलय से लगभग 55 – 60 किलोमीटर दूर हवेली खड़गपुर प्रखंड और टेटिया बम्बर प्रखंड के बीच या यूं कहें की दोनो प्रखंडों कि सीमा पार महानाय नदी बहती है जो बारिश के दिनों मे और ज्यादा ही भयानक हो जाती है , वैसे तो सरकार ने इन दोनो गांव चम्पाचक और कठना में सड़के तो अच्छी बनाई है परंतु एक पुल की कमी के कारण दोनो गांव के लोगो को अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार करना पड़ता है ।
यहां के ग्रामीणों कि माने तो यदि यहां पर एक पुल का निर्माण सरकार/ज़िला प्रशासन द्वारा करवा दिया जाता तो न सिर्फ दोनो गांव के ग्रामीणों के लिए बल्कि दोनो प्रखंडों के लोगों के लिए 14-15 किलोमीटर की दूरी महज एक किलोमीटर में सिमट कर रह जाती।
इतना ही नहीं इस नदी को पार करने के क्रम में अबतक कई लोग हादसे का शिकार हो चुके है खास कर छोटे बच्चे हादसे का ज्यादा शिकार हुए अभी हाल फिलहाल में नदी पार करने के क्रम छोटी बच्ची कि पानी में डूबने से मौत हो गई,यदि इस गांव में कोई बीमार पड़ जाता हैं उसे खाट पर लिटा कर उसे चार लोग कांधे पर उठाकर नदी पार कर इलाज के लिए ले जा पाते है या फिर 14-15 किलोमीटर उन्हें घूम कर जाना पड़ता है।