निर्जला एकादशी 2022: जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने दी शुभकामनाएं, जानिए इससे जुड़ी मान्यताएं

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। आज निर्जला एकादशी है। बता दें कि एकादशी का व्रत 10 और 11 जून दोनों दिन रखा जा सकेगा। इस लेकर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने समस्त बिहारवासियों को शुभकामनाएं दी है। निर्जला ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, दोनों दिन एकादशी पहुंच रही है।

हालांकि 11 जून को उदयातिथि में एकादशी व्रत उत्तम माना जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी और भीमसेनी एकादशी कहा जाता है। इस बार ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी 10 जून को सुबह 07 बजकर 25 मिनट पर प्रारंभ होगी, जो कि 11 जून को सुबह सुबह 05 बजकर 45 मिनट तक रहेगी।

एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित मानी गई है। इस दिन भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि निर्जला एकादशी व्रत करने से सभी एकादशियों का पुण्य प्राप्त हो जाता है। इस दिन व्रत कथा का भी विशेष महत्व है। व्रत कथा सुनने या पढ़ने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है प्राचीन काल की बात है एक बार भीम ने वेद व्यास जी से कहा कि उनकी माता और सभी भाई एकादशी व्रत रखने का सुझाव देते हैं, लेकिन उनके लिए कहां संभव है कि वह पूजा-पाठ कर सकें, व्रत में भूखा भी नहीं रह सकते।

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