NEWSPR LIVE : श्रीमती प्रभावती-विद्याभूषण डिग्री कॉलेज को मिला सरकार से संबंधन लोगों में भारी उत्साह

Patna Desk

 

 

कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):

 

1987 में डिग्री कॉलेज के स्थापना के लिए भू-दाताओं ने दी थी 11एकड़ जमीन

 

कई दशक के इंतजार के बाद प्रखण्ड के श्रीमती प्रभावती-विद्याभूषण महाविद्यालय को सरकार से संबंधन मिल गया है। काफी प्रयास के बाद इलाके के लोगों का सपना साकार हुआ है । अब इस प्रखण्ड के इंटर पास विद्यार्थियों को दूसरे प्रखंडों व अन्य प्रदेशों में नामांकन के लिए नहीं जाना पड़ेगा । साढ़े तीन दशक पूर्व प्रखण्ड के कल्याणपुर में स्थापित इस डिग्री कॉलेज को स्थायी संबंधन की दरकार थी । पूर्व विधायिका रामगढ़ सह कॉलेज की सचिव डॉ प्रभावती के अथक प्रयास से यह सफलता मिली ।

डिग्री कॉलेज के लिए सरकार से मान्यता प्राप्त होने के बाद प्रखण्ड के छात्र -छात्राओं व अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ गयी । गौरतलब है कि अस्सी के दशक में कल्याणपुर गांव निवासी पंडित गौरीशंकर शर्मा व ग्रामीणों ने तत्कालीन विधायक श्रीमती सिंह व इनके पति आईएएस विद्याभूषण सिंह से डिग्री कॉलेज खोलने का प्रस्ताव रखा था। किसानों ने अपनी कृषि योग्य 11 एकड़ भूमि डिग्री कॉलेज खोलने के लिए रजिस्ट्री कर दी । इसके बाद सचिव द्वारा कॉलेज की स्थापना की गयी ।

डिग्री कॉलेज के संबंधन के लिए पूर्व विधायिका डॉ प्रभावती सिंह ने तत्कालीन शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी व वर्तमान शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर से मिल कर छात्र -छात्राओं की इस समस्या से अवगत कराया । विभागीय मंत्री ने आश्वासन दिया था जो आज पूरा हुआ । संबंधन की सारी अड़चने दूर हुई । कॉलेज की सचिव ने बताया कि अभी सरकार से कला संकाय में संबंधन प्राप्त है । अगले सत्र में विज्ञान व वाणिज्य विषयों के संबंधन के लिए आवेदन दिया जाएगा ।

कहा कि डिग्री कॉलेज के लिए किसानों ने अपनी जमीन दी । हम अपने पैसे से दो मंजिला भवन तैयार करवाये । जल्द साइंस व कामर्स के लिए भवन बनवाने के लिए प्रयासरत हैं । हमारा एकमात्र सपना है कि सस्ता व गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा इस इलाके के किसान व मजदूर के बच्चों व बच्चियों को प्राप्त हो । श्रीमती प्रभावती-विद्याभूषण महाविद्यालय कल्याणपुर को सरकार से मिले संबंधन के बाद दस विषयों में नामांकन हो सकेगा । फिलहाल सत्र 22-25 व 23-26 के लिए स्नातक कला में अ-स्थायी नव संबंधन मिला है । बाद में इसका प्रक्रिया के तहत दीर्घिकरण किया जाएगा । सरकार के संयुक्त सचिव संजय कुमार के हस्ताक्षर से पत्र निर्गत किया गया है । कला के दस विषयों में हिंदी,अंग्रेजी, संस्कृत,गणित,समाज शास्त्र ,राजनीतिशास्त्र, इतिहास,उर्दू,दर्शनशास्त्र व अर्थशास्त्र शामिल है ।

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