भागलपुर के पूरनमल सावित्री देवी बाजोरिया सरस्वती शिशु मंदिर नरगा कोठी चंपानगर भागलपुर के प्रांगण में मातृ पितृ पूजन दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ विद्यालय के प्रभारी मनोज तिवारी, कार्यक्रम प्रमुख सुप्रिया कुमारी एवं अभिभावक लक्की एवं अपर्णा झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में कक्षाअरुण एवं उदय में पढ़ने वाले भैया बहनों के माता-पिता अभिभावक को बुलाया गया। विद्यालय के कक्षा अरुण एवं उदय के छोटे छोटे भैया बहनों ने अपने माता-पिता अभिभावक को तिलक लगाकर पुष्प प्रदान कर आरती उतारी एवं चरण स्पर्श कर अपने माता पिता से आशीर्वाद प्राप्त किया।
मनोज तिवारी ने कहा कि आज समाज पाश्चात्य सभ्यता की ओर तेजी से बढ़ रहा है इस कारण समाज के लोग अपने अभिभावक का ध्यान रखना भूलते जा रहे हैं उनके अंदर का संस्कार समाप्त हो रहा है किंतु विदेशों में आज अपने देश की सभ्यता संस्कृति और संस्कार को अपनाया जा रहा है। हमें अपने सभ्यता संस्कृति की रक्षा करनी चाहिए ,इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु आज विद्यालय में छोटे छोटे भैया बहनों द्वारा मातृ पितृ पूजन किया गया।
शशि भूषण मिश्र ने कहा कि भारतीय संस्कृति में माता-पिता का सबसे ऊंचा स्थान है ।बच्चों द्वारा अपने माता-पिता का पूजन करना भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण है।कार्यक्रम प्रमुख सुप्रिया कुमारी ने मातृ पितृ पूजन दिवस की बधाई देते हुए कहा कि विद्या भारती द्वारा देशभर के सभी शिशु/ विद्या मंदिर में जोश व उमंग के साथ मातृ पितृ पूजन दिवस मनाया जाता है।कार्यक्रम का संचालन अभिजीत आचार्य द्वारा किया गया।