NH की सड़कों के गड्ढों में लोग पकड़ते दिखे जिंदा मछलियां, वीडियो वायरल, बिहार की सड़कों की बारिश में होती दुर्दशा

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। भागलपुर से कहलगाँव एनएच 80 के दुर्दशा की एक झलक फिर से सामने आई है। सड़क पर गढ्ढा या गढ्ढे में सड़क तो पहले से जाहिर है, लेकिन इस बार सच  में उस पर मछली पकड़ने का मामला सामने आई है। घोघा में एनएच 80 के गड्ढों में भी मछलियां मिली है। सड़कों पर मछली पकड़ने की होड़ सी लगी दिखी।

एनएच 80 मुख्य मार्ग की दर्द भरी कहानियों के पार्ट में एक नया अध्याय जुड़ा जो की वास्तविकता की बुनियाद पर सरकार के रवैये को दर्शाती हुई बिना कुछ कहे बहुत कुछ कह रही थी। सड़क पर जमे पानी में छोटे बड़े बच्चे मछलियां पकड़ने में व्यस्त थे । लोग मछलियाँ पकड पकड़ के अपने घरों की ओर भाग रहे थे। कई मछलियां ट्रक के जोड़े चक्के के बीच फंसे रहे जिसे आसानी लोग हाथों से पकड रहे थे। कुछ बच्चे मशहरी को जाल के रूप में प्रयोग कर मछली पकड़ रहे थे तो कुछ लुंगी को जाल रूप में प्रयोग कर रहे थे।

उस वक्त का दृश्य काफी रोचक लग रहा था क्योकि बिना कुछ कहे सिस्टम के रवैये पर एक गहरी चोट पड़ रही थी। लोग सरकार व नेता पर तंज कसने से भी नही चूक रहे थे क्योकि वर्तमान जेडीयू सांसद अजय कुमार का पैतृक गॉव भी वहीं था। कुल मिलाकर नजारा कम पानी के बड़े तलाब में मछली पकड़ने की स्थित को दर्शा रहा था। उबड़ खाबड़ गड्ढे में वर्षा का पानी भरा होने से लोगों सो अक्सर धोखा होता है कई लोग इस गड्ढे में गिरते पछड़ते है ।

मछली लेकर कहलगॉव जा रही पीकअप वैन का पहिया पानी भरे गढ्ढे में फंसकर पलटते पलटते बची उसी दौरान पीक अप में लदी जिंदा मछलियां सैकड़ों की संख्या में सड़क पर गिर गई और पानी में इधर उधर भागने लगी। उक्त मछलियों को ही पकड़ने के लिए ग्रामीण सड़क पर बने गड्ढों में जाल लगाना शुरू कर दिया। कुछ लोग हाथ से भी मछली पकड़ रहे थे। एनएच की सड़कों पर मछली पकड़ने का नजारा दो घंटे से भी ज्यादा समय तक चलता रहा। हलांकी देर शाम तक सड़क पर बने गड्ढों व जमे पानी में मछली मिलने का सिलसिला जारी रहा। सड़को पर पानी ज्यादा होने के कारण मछलियाँ  दुर दुर तक फैल गई। लोग शाम तक प्रयास करते रहे और छिट फुट मछलियाँ मिलती रहीं।

पूरे बिहार में एनएच अस्सी की दुर्दशा व बदनुमा दाग लिए सरकारी कार्य की ख्याति जग जाहिर है। जो लोग एक बार गुजर जाए वो दोबारा इस मार्ग पर नही आना चाहते। खासकर घोघा सीमा  से गुजरने के दौरान लोगों की रूहें कांप जाती है।

रिपोर्ट-श्यामानंद सिंह भागलपुर

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