NEWSPR / DESK : सेंटर फॉर सीएसआर स्टडीज का उद्घाटन आज पूर्वाह्न में चन्द्रगुप्त प्रबंध संस्थान पटना में बिहार के उप-मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के द्वारा किया गया। अपने उद्घाटन भाषण में श्री प्रसाद ने बिहार में एक उत्कृष्ट प्रबंधन संस्थान की कमी को पूरा करने हेतु इस संस्थान की परिकल्पना करने के लिए बिहार के यशस्वी मुख्यमंत्रीनीतीश कुमार को धन्यवाद दिया। साथ ही संस्थान के निदेशक, डॉ0 वी0 मुकुन्दा दास को मुख्यमंत्री के सपनों को साकार कर बिहार की खोई हुए शैक्षणिक विरासत को पुनर्जीवित करने के लिए धन्यवाद दिया। यह बड़े गर्व की बात है कि इस संस्थान के छात्र देश-विदेश के बड़ी-बड़ी कंपनियों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत हैं। हालांकि सीआईएमपी किसी भी दृष्टिकोण से कॉर्पोरेट की श्रेणी में नहीं आता है फिर भी जिस प्रकार संस्थान सामाजिक उत्थान के कार्यों में संलग्न है उसके लिए मैं सीआईएमपी एवम् उसके निदेशक को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहूँगा। वास्तव में हमारी भारतीय परंपरा में सामाजिक उत्तरदायित्व हमारे दैनिक जीवन का एक भाग हुआ करता था, हमारे पूर्वज समाज के लिए कुछ-न-कुछ करने के लिए अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते थें। हमारी परंपरा में अपनी आय का दशांश हिस्सा सामाजिक कार्यों में खर्च करने की परंपरा है। उप-मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार अकेले ही समाज की सभी आवश्यकताओं का ख्याल नहीं रख सकती; समाज के प्रत्येक व्यक्ति एवम् संस्थान को आगे आकर अपनी क्षमता के अनुसार अपना योगदान देना होगा। मुझे बेहद खुशी है कि सीआईएमपी ने अपने छात्रो में समाजिक मूल्यों को विकसित किया है और मुझे पूर्ण विश्वास है कि छात्र संस्थान से पास होने के बाद जहां भी जाएंगे वे इन मूल्यों को एवम् समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को जारी रखते हुए उसे और आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
नितिन नबीन, मंत्री, सड़क निर्माण विभाग, बिहार इस समारोह के विशिष्ट अतिथि थे। अपनी सीएसआर पहलों को आगे बढ़ाने के लिए संस्थान को हर संभव मदद की पेशकश की। उन्होंने राज्य में सीएसआर से संबंधित गतिविधियों के लिए इस सेंटर की स्थापना के लिए संस्थान को धन्यवाद दिया। स्वच्छ भारत मिशन का हवाला देते हुए श्री नबीन ने कहा कि हमें समाज के विकास के लिए लंबा सफर तय करना है। आरसीडी मंत्री ने सुझाव दिया कि समाज के समग्र विकास को गति देने के लिए विभिन्न व्यक्तियों और संगठनों द्वारा सामाजिक विकास के विभिन्न आयामों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि यह न केवल कॉरपोरेट की जिम्मेदारी है, बल्कि इस देश के प्रत्येक नागरिक पर यह दायित्व है कि वह समाज को किसी न किसी तरह से वापस दे।
क्रिएटिव-थिंकर-राइटर-ग्राफोलॉजिस्ट प्रो. प्रसाद सुंदरराजन ने अपने स्वागत भाषण में सीआईएमपी निदेशक, डॉ. वी. मुकुंद दास को झुग्गी-झोपड़ी और कमजोर वर्ग में रहने वाले बच्चों के बीच साक्षरता की चिंगारी फैलाने के लिए एवं संस्थान की सीएसआर परियोजना शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया।
सीएसआर अध्ययन केंद्र के समन्वयक कुमोद कुमार के धन्यवाद ज्ञापन के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ। बाद में उपमुख्यमंत्री व आरसीडी मंत्री ने रिबन काटकर सेंटर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सीआईएमपी के भव्य सभागार में सभी संकाय सदस्य, अधिकारी, कर्मचारी सदस्य और छात्र उपस्थित थे।