बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार सुबह ट्वीट कर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को एनडीए का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा कि इस फैसले का स्वागत है और जनता दल यूनाइटेड पूरी तरह से उनका समर्थन करेगा।
जेपी नड्डा ने की थी घोषणा
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बीते दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर सी.पी. राधाकृष्णन का नाम घोषित किया था। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुई भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया।
नीतीश कुमार का नाम भी चला था चर्चा में
जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें तेज हो गई थीं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस पद पर लाया जा सकता है। हालांकि, किसी भी राजनीतिक दल या वरिष्ठ नेता ने इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया था। अब जब एनडीए ने अपना उम्मीदवार तय कर दिया है, तब जदयू ने भी सार्वजनिक तौर पर समर्थन का ऐलान कर दिया है।
कौन हैं सी.पी. राधाकृष्णन
20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे सी.पी. राधाकृष्णन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक हैं। 1974 में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और इसके बाद जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने। भाजपा की तमिलनाडु इकाई में 1996 में उन्हें सचिव की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद वे कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद चुने गए।
सांसद रहते हुए उन्होंने कपड़ा मंत्रालय की संसदीय स्थायी समिति का नेतृत्व किया और स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच के लिए बनी विशेष संसदीय समिति में भी सक्रिय भूमिका निभाई। 2004 में वे संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का अनुभव
राधाकृष्णन ताइवान जाने वाले पहले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा भी रहे। 2016 में उन्हें कोयर बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया, जहां उनके कार्यकाल में नारियल रेशा का निर्यात रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचा। 2020 से 2022 तक उन्होंने भाजपा के केरल प्रभारी के रूप में संगठनात्मक जिम्मेदारी निभाई।