NEWSPR/DESK : राज्यपाल रमेश बैस ने बुधवार को राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने कैबिनेट के साथ मौजूद रहे। लेकिन इस शपथ ग्रहण समारोह से झारखंड के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को दूर रखा गया। झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को आमंत्रित ही नहीं किया गया। बीजेपी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
बीजेपी के महामंत्री ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने कहा कि आज राजभवन में महामहिम राज्यपाल के शपथ समारोह में राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी एवम रघुवर दास को आमंत्रित नहीं किया जाना दुर्भाग्यजनक है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की ओछी मानसिकता का परिचायक है। आदित्य साहू ने कहा कि बाबूलाल मरांडी राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री हैं और वर्तमान में भाजपा विधायकदल के नेता भी है जबकि रघुवर दास राज्य के निवर्तमान मुख्यमंत्री है जिन्होंने 5 वर्षों तक झारखंड के जनता की सेवा करते हुए राज्य में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किये हैं। श्री साहू ने कहा कि रांची नगर निगम के उपमहापौर संजीव विजय वर्गीय भी आमंत्रितों में नही थे।
निशिकांत दुबे ने इसे घटिया मानसिकता का परिचय बताया
आदित्य साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को राज्य के मंत्रिमंडल सचिवालय एवम समन्वय विभाग से पूछताछ करते हुए इस संबंध में आवश्यक कानूनी कार्रवाई करनी चाहिये। गोड्डा से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास को राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित नहीं किये जाने पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि राज्य के नये राज्यपाल रमेश वैस के शपथ ग्रहण समारोह में प्रथम मुख्यमंत्री व विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी को आंमत्रित नहीं कर झारखंड सरकार ने परम्परा तोड़ते हुए डर व घटिया मानसिकता का परिचय दिया है, इसकी जितनी भी निंदा की जाय वह कम है।