सुपौल सदर अस्पताल में 10 महीने से धुल खा रहे वेंटिलेटर

Rajan Singh

NEWSPR Desk, Patna : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बिहार में कहर बरपा रही है। रोजाना हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे हालातों में ऑक्सीजन और टेक्नीशियन न होने की वजह से लोग जान गवा रहें हैं। ख़बर बिहार के सुपौल जिले के सदर अस्पताल की है जहां, छह वेंटिलेटर 10 महीने से पड़े-पड़े जंग खा रहे हैं, लेकिन उसे देखने वाला कोई नहीं है।

सुपौल में रोजाना 60 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। लेकिन उनका इलाज करने के बजाय सदर अस्पताल के डॉक्टर उन्हें डीएमसीएच रेफर कर रहे हैं। इस वजह से डीएमसीएच दरभंगा पर अतिरिक्त बोझ तो बढ़ ही रहा है, वेंटिलेटर के अभाव में मरीज मौत के मुहाने पर भी खड़े हैं। जून 2020 के पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री केयर फंड से सदर अस्पताल सुपौल को पहले चरण में छह वेंटिलेटर मशीन उपलब्ध कराई गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के गंभीर मरीजों को देखते हुए यह सुविधा जिलास्तर पर दी थी। लेकिन अब तक इसके सेवा की शुरुआत नहीं की गई है।

सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में वेंटिलेंटर इंस्टॉल करने से पहले वहां ऑक्सीजन पाइपलाइन लगाई जानी है। इसके लिए विभाग को पत्र भी लिखा गया है। लेकिन विभाग की ओर से अभी तक एजेंसी तय नहीं की गई है, जिस वजह से काम रुक हुआ है।

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