पटना:
बिहार STF ने मोकामा में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए लंबे समय से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी गिरधारी सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी वर्ष 2011 में पटना में हुई ठेकेदार वसंत सिंह की हत्या के मामले में की गई है। गिरधारी सिंह को मोकामा थाना पुलिस के सहयोग से धर दबोचा गया।
वर्षों से था जमानत पर, दर्ज हैं गंभीर अपराध के मामले
गिरधारी सिंह पर हत्या, अपहरण और रंगदारी जैसे गंभीर आरोपों में दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। 1990 के दशक से ही उसका नाम अपराध की दुनिया में सक्रिय रहा है। बीते कई वर्षों से वह जमानत पर बाहर था, लेकिन इस बार STF ने उसे वसंत सिंह हत्याकांड में कोर्ट के जारी वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया।
वसंत सिंह मर्डर केस: ठेकेदारी की वर्चस्व की जंग
2011 में पटना के CPWD कार्यालय में मोकामा निवासी संवेदक वसंत सिंह की हत्या कर दी गई थी। वसंत शास्त्रीनगर थाने से संबंधित थे। उनके परिजनों ने आरोप लगाया था कि यह हत्या ठेकेदारी में वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा थी। पहले इस मामले में शंभू-मंटू गिरोह का नाम सामने आया, लेकिन बाद की जांच में गिरधारी सिंह का नाम भी आरोपियों में शामिल किया गया।
कोर्ट से वारंट जारी, STF ने कसा शिकंजा
मोकामा के सकरवार टोला वार्ड नंबर 17 निवासी गिरधारी सिंह के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। वारंट के बाद STF ने मोकामा थाना पुलिस की मदद से कार्रवाई की और उसे गिरफ्तार कर लिया।
राजनीतिक रसूख और चुनावी पकड़
गिरधारी सिंह न सिर्फ अपराध की दुनिया में जाना-पहचाना नाम है, बल्कि उसके परिवार की स्थानीय राजनीति में भी मजबूत पकड़ रही है। मोकामा के वार्ड 17 से उसके परिवार के लोग पांच बार पार्षद चुने जा चुके हैं, जिनमें से चार बार उसकी भाभी ने जीत दर्ज की है।