NEWSPR डेस्क। भोजपुर उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजगंज ओपी अन्तर्गत कारीसाथ गांव में आज जमीन के मामूली विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प के बाद जमकर फायरिंग की गई। जिसमे एक रिटायर्ड आर्मी जवान समेत एक युवक को गोली लग गई। वहीं गोली लगने के बाद रिटायर्ड सेना के जवान की मौत हो गई।
जबकि गोली का छर्रा लगने से एक युवक बुरी तरह जख्मी हो गया। इधर घटना के बाद मृत रिटायर्ड सेना जवान के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा मचाते हुए पुलिस के सामने ही मॉब लिंचिंग करने का प्रयास किया। अस्पताल में भर्ती दुसरे पक्ष के जख्मी युवक पर हत्या करने का आरोप लगाकर पुलिस के सामने ही इलाजरत जख्मी युवक की वार्ड में ही जमकर पीटाई करने लगे।
जिसके बाद गजराजगंज ओपी पुलिस कथित हत्यारोपी व जख्मी युवक को अपने अभिरक्षा में उसे भीड़ की चंगुल से छुडाकर लेकर भागी जिसके बाद कथित हत्यारोपी की जान बच सकी। वहीं इस घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर आरा एएसपी हिमांशु कुमार समेत भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच स्थिति को नियंत्रण करने में जुट गई।
जानकारी के अनुसार गोलीबारी में मृतक आर्मी का रिटायर्ड जवान राम प्रकाश सिंह बताया जा रहा है। जो गजराजगंज निवासी चंद्रमा सिंह के बेटे थे। जिनकी सीने में गोली लगने से मौत हुई है। महज गली और छज्जा निकालने से हुए इस विवाद में दूसरे पक्ष का एक और शख्श गोलियों का छर्रा लगने से गंभीर रूप से जख्मी हो गया है। जिसके ऊपर मृतक के परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं। जख्मी शख्स का नाम रोहित कुमार बताया जा रहा है।
वहीं आज रोहित सिंह समेत करीब 10-12 लोग हथियार के साथ आकर मारपीट और फायरिंग करने लगे। जिसमें हमारे भाई को ये लोग सीधे गोली मार दिए जिससे उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे एसपी हिमांशु कुमार से जब घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जमीन के विवाद को लेकर दो पक्षों में गोलीबारी हुई है।
जिसमें एक पक्ष के आर्मी के रिटायर्ड जवान की गोली लगने से मौत हो गई है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही जबकि मीडिया कर्मियों ने जब मॉब लिंचिंग के प्रयास के बारे में एएसपी से पूछा तो उन्होंने कहां थी मृतक के परिजन आक्रोशित होकर इस तरह की घटना को अंजाम दिए है.फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। बहरहाल घटना के बाद जहां मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है वहीं दोनों ही पक्षों में तनाव का माहौल कायम है।
आरा से आकाश कुमार की रिपोर्ट