NEWS PR DESK- हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। आइए
20 अगस्त, बुधवार, शक संवत्: 29 श्रावण (सौर) 1947, पंजाब पंचांग: 05,भाद्रपद मास प्रविष्टे 2082, इस्लाम: 25, सफर 1447, विक्रमी संवत्: भाद्रपद कृष्ण द्वादशी दोपहर 01.59 मिनट तक, चंद्रमा मिथुन राशि में सायं 06.36 मिनट तक। सूर्य दक्षिणायन। सूर्य उत्तर गोल। वर्षा ऋतु। दोपहर 12 बजे से दोपहर 01.30 मिनट तक राहुकालम। आज बुध प्रदोष व्रत है।
विजय मुहूर्त 02:35 पी एम से 03:27 पी एम
गोधूलि मुहूर्त 06:56 पी एम से 07:17 पी एम
सायाह्न सन्ध्या 06:56 पी एम से 08:01 पी एम
अमृत काल 10:07 पी एम से 11:40 पी एम
निशिता मुहूर्त 12:03 ए एम, अगस्त 21 से 12:46 ए एम, अगस्त 21
आज के अशुभ मुहूर्त-
राहुकाल 12:24 पी एम से 02:02 पी एम
यमगण्ड 07:31 ए एम से 09:09 ए एम
गुलिक काल 10:46 ए एम से 12:24 पी एम
विडाल योग 12:27 ए एम, अगस्त 21 से 05:53 ए एम, अगस्त 21
वर्ज्य 12:47 पी एम से 02:20 पी एम
दुर्मुहूर्त 11:58 ए एम से 12:50 पी एम
बाण रज – 05:46 ए एम, अगस्त 21 से पूर्ण रात्रि तक