NEWS PR DESK- हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। आइए जानते हैं आज के शुभ, अशुभ मुहूर्त
ऋभुकांत गोस्वामी के अनुसार, 1 सितंबर, सोमवार, शक संवत्: 10 भाद्रपद (सौर) 1947, पंजाब पंचांग: 17, भाद्रपद मास प्रविष्टे 2082 इस्लाम: 08 रबि-उल्लावल, 1447, विक्रमी संवत्: भाद्रपद शुक्ल नवमी 02:43 ए एम, सितम्बर 02 तक पश्चात दशमी तिथि। ज्येष्ठा नक्षत्र 07:55 पी एम तक उपरांत मूल नक्षत्र, विष्कम्भ योग 04:32 पी एम तक पश्चात प्रीति योग, विष्टि करण। चंद्रमा वृश्चिक राशि में 07:55 पी एम तक उपरांत धनु राशि में।
प्रातः सन्ध्या 04:52 ए एम से 05:59 ए एम
अभिजित मुहूर्त 11:55 ए एम से 12:46 पी एम
विजय मुहूर्त 02:28 पी एम से 03:19 पी एम
गोधूलि मुहूर्त 06:43 पी एम से 07:05 पी एम
सायाह्न सन्ध्या 06:43 पी एम से 07:50 पी एम
अमृत काल 10:13 ए एम से 11:58 ए एम
निशिता मुहूर्त 11:59 पी एम से 12:44 ए एम, सितम्बर 02
रवि योग 07:55 पी एम से 06:00 ए एम, सितम्बर 02
अशुभ मुहूर्त
राहुकाल 07:35 ए एम से 09:10 ए एम
यमगण्ड 10:45 ए एम से 12:21 पी एम
आडल योग 07:55 पी एम से 06:00 ए एम, सितम्बर 02
दुर्मुहूर्त 12:46 पी एम से 01:37 पी एम, 03:19 पी एम से 04:10 पी एम
गुलिक काल 01:56 पी एम से 03:32 पी एम
वर्ज्य 04:34 ए एम, सितम्बर 02 से 06:17 ए एम, सितम्बर 02
विंछुड़ो 05:59 ए एम से 07:55 पी एम
गण्ड मूल- पूरे दिन
बाण चोर – 03:13 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
आज के पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – 05:59 ए एम से 07:12 ए एम
रोग पञ्चक – 07:12 ए एम से 09:28 ए एम
शुभ मुहूर्त – 09:28 ए एम से 11:48 ए एम
मृत्यु पञ्चक – 11:48 ए एम से 02:06 पी एम
अग्नि पञ्चक – 02:06 पी एम से 04:10 पी एम
शुभ मुहूर्त – 04:10 पी एम से 05:53 पी एम
रज पञ्चक – 05:53 पी एम से 07:20 पी एम
शुभ मुहूर्त – 07:20 पी एम से 07:55 पी एम
चोर पञ्चक – 07:55 पी एम से 08:45 पी एम
रज पञ्चक – 08:45 पी एम से 10:20 पी एम
शुभ मुहूर्त – 10:20 पी एम से 12:16 ए एम, सितम्बर 02